UP उपचुनाव: अवधेश प्रसाद के बेटे और लालजी वर्मा की बेटी को लड़ाएगी सपा? अंदरखाने से आई ये खबर
फैजाबाद का सांसद बनने से पहले अवधेश प्रसाद मिल्कीपुर से सपा विधायक थे. अब उनके सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हो गई है. अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि इस सीट पर होने वाले उपचुनाव में सपा किस नेता को अपना प्रत्याशी बनाएगी?
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UP News: लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद यूपी के जिस नवनिर्वाचित सांसद की खूब चर्चा है, उनका नाम अवधेश प्रसाद है. बता दें कि सपा नेता अवधेश प्रसाद ने बड़ा उलटफेर करते हुए फैजाबाद (अयोध्या) सीट से जीत हासिल की है. यह वही फैजाबाद (अयोध्या) लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र है, जहां हालिया 22 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नव-निर्माणाधीन राम मंदिर में भव्य आयोजन के साथ रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की थी. मालूम हो कि फैजाबाद का सांसद बनने से पहले अवधेश प्रसाद मिल्कीपुर से सपा विधायक थे. अब उनके सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हो गई है. सबसे बड़ा सवाल यही है कि इस सीट पर होने वाले उपचुनाव में सपा किस नेता को अपना प्रत्याशी बनाएगी?
मिल्कीपुर उपचुनाव में सपा किसे बना सकती है प्रत्याशी?
सूत्रों के हवाले से पता चला है कि मिल्कीपुर से अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत को सपा उपचुनाव में प्रत्याशी बना सकती है. तो वहीं कटेहरी से लालजी वर्मा की बेटी छाया वर्मा चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है. बता दें कि लालजी वर्मा के अंबेडकरनगर से सांसद बनने के बाद कटेहरी विधानसभा सीट खाली हो गई है और अब इस सीट पर भी उपचुनाव होना है.
यूपी की और किन सेटों पर होगा उपचुनाव?
लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद उत्तर प्रदेश में सियासी दलों खास तौर पर सत्तारूढ़ भाजपा और सपा के सामने उपचुनाव का इम्तिहान होगा. यूपी के 9 विधानसभा सदस्य संसद पहुंचे हैं. बता दें कि करहल विधायक अखिलेश यादव कन्नौज सीट से लोकसभा सांसद चुने गए हैं. अयोध्या के मिल्कीपुर से सपा विधायक अवधेश प्रसाद फैजाबाद लोकसभा सीट से सांसद बन गए हैं. वहीं, गाजियाबाद से विधायक अतुल गर्ग, हाथरस से विधायक अनूप वाल्मीकी, अम्बेडकरनगर के कटेहरी से विधायक लालजी वर्मा, फूलपुर से प्रवीण पटेल. इनके अलावा मिर्जापुर के मझवां से डॉ. विनोद बिंद भदोही के सांसद चुने गए हैं. मीरापुर से आरएलडी विधायक चंदन चौहान बिजनौर के सांसद चुने गए हैं. ऐसे में छह महीने के अंदर इन नौ सीटों पर होने वाले उपचुनाव में एक बार फिर से सियासी दलों की परीक्षा होगी.
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