यूपी विधानसभा में महंगाई के मुद्दे पर हंगामा, समाजवादी पार्टी ने सदन से किया वॉकआउट
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश विधानसभा में मंगलवार को महंगाई के मामले पर सरकार के जवाब से असंतुष्ट होकर राज्य की मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी…
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Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश विधानसभा में मंगलवार को महंगाई के मामले पर सरकार के जवाब से असंतुष्ट होकर राज्य की मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी (सपा) ने सदन से वॉकआउट किया. विधानसभा में नियम-56 (कार्यस्थगन) के तहत समाजवादी पार्टी के मुख्य सचेतक मनोज कुमार पांडेय, वरिष्ठ सदस्य लालजी वर्मा और पंकज मलिक ने महंगाई का मामला उठाया. अपनी मांग पर बल देते हुए मनोज पांडेय ने कहा कि उप्र में महंगाई तेजी से बढ़ रही है और महंगाई की मार से आम आदमी और गरीब आदमी सबसे ज्यादा पीड़ित है और इससे अपराध भी बढ़ रहा है.
विधानसभा में महंगाई के मुद्दे पर हंगामा
उन्होंने 2015 से 2022 के बीच का तुलनात्मक ब्यौरा देते हुए वस्तुओं के दामों का उल्लेख किया. पांडेय ने हर चीज पर जीएसटी का भी मामला उठाया. पांडेय ने सदन की कार्यवाही रोककर चर्चा कराये जाने की मांग की. उप्र सरकार के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने जवाब देते हुए कहा कि 22 आवश्यक वस्तुएं हैं जिनके बारे में महंगाई बढ़ती तो केंद्र सरकार दिशा निर्देश जारी करती और राज्य सरकार आवश्यक कदम उठाती. चौधरी ने सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुये कहा कि 15 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दिया है.
समाजवादी पार्टी ने किया वॉकआउट
सपा सरकार में पेट्रोल पर 26 रुपये 80 पैसे वैट लगता था और हमने घटाकर 19 रुपये 36 पैसे किया है. आप स्वयं इससे अंदाजा लगा लीजिए और मैं कह सकता हूं कि अब कोई यहां भूख से नहीं मरता. मंत्री के इस जवाब और अनुरोध के बाद विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कार्य स्थगन के प्रस्ताव को निरस्त कर दिया. मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर मनोज पांडेय ने सदन से बहिर्गमन करने की घोषणा की और इसके बाद सपा सदस्य सरकार विरोधी नारा लगाते हुए सदन से बाहर चले गये और कुछ देर बाद वापस लौट आये. सपा के एक अन्य सदस्य राकेश प्रताप सिंह ने अमेठी जिले के मुसाफिरखाना क्षेत्र में ग्राम पंचायत चुनाव की रंजिश में सोमवार रात को सुरेश यादव और उनके भतीजे बृजेश यादव की हुयी हत्या का मामला उठाते हुए सदन की कार्यवाही रोककर चर्चा कराये जाने की मांग की.
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उन्होंने पीड़ित परिवार के भरण पोषण की मांग उठायी और कहा कि सुरक्षा की गुहार अधिकारियों से लगायी गयी लेकिन उसका संज्ञान नहीं लिया गया। उन्होंने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की.जवाब में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और यह पुरानी रंजिश में घटित हुई है। खन्ना ने अब तक हुई कार्रवाई का ब्यौरा दिया और कहा कि पूरी मुस्तैदी से विवेचना होगी.उन्होंने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक या अपर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में इस मामले की जांच की जाएगी और दूध का दूध तथा पानी का पानी होगा.
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