ये हैं वो 3 सीटें जिनकी वजह से सपा-कांग्रेस के बीच नहीं बन पा रही बात, जानें इनसाइड स्टोरी
आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस एक मेज पर बैठे तो दिखाई दे रहे हैं, लेकिन कई राउंड की बातचीत के बाद अभी भी दोनों पार्टियों के बीच सीट बंटवारे को लेकर सहमति नहीं बन पाई है.
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UP Political News: आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस एक मेज पर बैठे तो दिखाई दे रहे हैं, लेकिन कई राउंड की बातचीत के बाद अभी भी दोनों पार्टियों के बीच सीट बंटवारे को लेकर सहमति नहीं बन पाई है. वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी यूपी में अपनी 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' निकाल रहे हैं. सपा चीफ अखिलेश यादव ने साफ कर दिया है कि अगर उनकी पार्टी का कांग्रेस से गठबंधन नहीं होगा तो वह राहुल की इस यात्रा में शामिल नहीं होंगे. इस बीच दोनों पार्टियों बीच होने वाले गठबंधन को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है.
बता दें कि दोनों पार्टियों के बीच सोमवार देर रात तक बातचीत चली, लेकिन सीट बंटवारे को लेकर कोई सहमति नहीं बन सकी. वहीं, सूत्रों के हवाले से यह खबर मिली है कि राहुल गांधी की रायबरेली में होने वाली यात्रा में अखिलेश यादव शामिल नहीं होंगे.
कौन से हैं वो तीन सीटें जिनकी वजह से नहीं बन पा रही बात
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आपको बता दें कि सपा ने कांग्रेस को यूपी में 17 सीटें ऑफर की हैं. मगर तीन सीटें ऐसी हैं, जिनकी वजह से यह डील फाइनल नहीं हो पा रही है. यह तीन सीटें हैं- मुरादाबाद, बिजनौर और बलिया. बता दें कि मुरादाबाद सीट पर फिलहाल सपा का कब्जा है. यहां से एसटी हसन सांसद हैं. वहीं, बलिया सपा की मजबूत सीटों में से एक है. ऐसे में इन वजहों के चलते गठबंधन तय नहीं हो पा रहा है.
सपा ने ऑफर की ये सीटें
मिली जानकारी के अनुसार, जिन 17 सीटों पर सहमति बनी थी उनमें, अमेठी, रायबरेली, वाराणसी, प्रयागराज, देवरिया, बांसगांव, महाराजगंज, बाराबंकी कानपुर, झांसी, मथुरा, फतेहपुर सीकरी, गाजियाबाद, बुलंदशहर हाथरस और सहारनपुर शामिल हैं.
अखिलेश की हो चुकी है प्रियंका और कांग्रेस चीफ से बात
आपको ये भी बता दें कि सीटों को लेकर अखिलेश यादव की इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और प्रियंका गांधी से भी बात हो चुकी है. मगर अभी तक लोकसभा सीटों को लेकर पेंच फंसा हुआ है और बात फाइलन नहीं हो पा रही है.
सूत्रों की मानें तो सपा का साफ कहना है कि अगर सीटों को लेकर फैसला नहीं लिया गया, तो अखिलेश यादव कांग्रेस और राहुल गांधी की यात्रा में शामिल नहीं होंगे. अब कुछ-कुछ अखिलेश ने भी इसी तरफ इशारा कर दिया है.