लखीमपुर खीरी हिंसा पर SP सांसद आजम खान की पत्नी तजीन फातमा ने कहा- ‘यह एक जुल्म है’

आमिर खान

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सीतापुर जेल में बंद समाजवादी पार्टी (एसपी) के सांसद आजम खान की पत्नी और रामपुर शहर विधायक तजीन फातमा मंगलवार, 5 अक्टूबर को कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाने के लिए जिला अस्पताल पहुंची. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात की और लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी.

3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा को लेकर रामपुर शहर विधायक ने कहा,

“जिस तरह गाड़ी से कुचल कर किसानों को मौत के घाट उतार दिया और एसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को हिरासत में ले लिया उससे जाहिर होता है कि यह एक जुल्म है. यह लोकतंत्र का खात्मा है. मैं तो यही चाहूंगी कि 2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार आए.”

तजीन फातमा

वैक्सीन को लेकर भ्रम नहीं होना चाहिए: तजीन फातमा

मीडिया से बात करते हुए विधायक तजीन फातमा ने कहा कि कोरोना वैक्सीन को लेकर किसी को भी कोई भ्रम नहीं होना चाहिए क्योंकि वैक्सीन से लोगों की जान सुरक्षित रहेगी और सभी को इसे लगवाना चाहिए.

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उन्होंने कहा, “मैं कोरोना वैक्सीन लगवाने आई हूं. अस्पताल को देखकर मेरे जहन में एक चीज आई…यह अस्पताल जिस शख्स (आजम खान) के प्रयासों से बना, जिस शख्स की मेहनत से बना…वो शख्स इन विकास कार्यों की सजा जेल में भुगत रहा है.”

विधायक तजीन फातमा ने बताया कि जिस अस्पताल में वह वैक्सीन लगवाने आईं थीं, उसमें 2 साल पहले आजम खान के प्रयासों से ऑक्सीजन प्लांट लगा था. बकौल फातमा, बड़े-बड़े शहरों में अब ऑक्सीजन प्लांट की कोशिशें की जा रही हैं.

क्या है लखीमपुर खीरी हिंसा मामला?

यूपी के लखीमपुर खीरी के तिकुनिया इलाके में 3 अक्टूबर को भारी हिंसा हुई. पुलिस के मुताबिक, इस हिंसा में कुल 8 लोगों की मौत हुई है. यह घटना तिकुनिया से 4 किलोमीटर दूर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के पैतृक गांव बनवीरपुर में आयोजित कुश्ती कार्यक्रम में यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के पहुंचने से पहले हुई.

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संयुक्त किसान मोर्चा के मुताबिक, प्रदर्शनकारी किसान केशव प्रसाद मौर्य के कार्यक्रम का शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे थे. मोर्चा ने आरोप लगाया है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा के गाड़ियों के काफिले ने किसानों को रौंदा और फायरिंग भी की गई. बताया जा रहा है कि यह काफिला डिप्टी सीएम को रिसीव करने के लिए आ रहा था.

इस मामले में आशीष मिश्रा ने दावा किया है कि घटना के वक्त वह काफिले की गाड़ियों में मौजूद नहीं थे.

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