मुलायम सिंह यादव नहीं रहे, जानिए उनके वो दो बयान जिन्होंने राजनीति में मचाया था बवाल
समाजवादी राजनीति के दिग्गज नेता मुलायम सिंह यादव नहीं रहे. सोमवार सुबह समाजवादी पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने मेदांता, गुरुग्राम में आखिरी सांसें लीं.…
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समाजवादी राजनीति के दिग्गज नेता मुलायम सिंह यादव नहीं रहे. सोमवार सुबह समाजवादी पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने मेदांता, गुरुग्राम में आखिरी सांसें लीं. इस दौरान अखिलेश यादव, डिंपल यादव, शिवपाल यादव समेत पूरा यादव परिवार अस्पताल में मौजूद रहा. भारत में सियासत की तकरीबन सभी बड़ी ऊंचाइयों को छूने वाले मुलायम सिंह यादव का राजनीतिक जीवन एक से एक किस्सों कहानियों से भरा रहा. मगर मुलायम सिंह के सियासी सफर में उनके 2 बयान ऐसे रहे जिन्होंने राजनीति में बवाल मचा दिया था.
आइए आपको विस्तार से बताते हैं कि मुलायम सिंह यादव के वे कौनसे दो बड़े बयान थी, जिनकी जमकर चर्चा हुई थी.
1. ‘देश की एकता के लिए और भी मारना पड़ता तो सुरक्षा बल मारते.’
आपको बता दें कि साल 1990 में जिस वक्त अयोध्या में कारसेवकों पर गोलियां चली थीं, उस समय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव थे. कारसवेकों पर गोली चलने की घटना ने देश भर की सुर्खियों में अपनी जगह बनाई थी. इसे घटना को उस समय की विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने काफी बड़ा मुद्दा बनाया था. इसके बाद इस घटना को लेकर मुलायम सिंह यादव ने साल 2013 में एक बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा था कि देश की एकता के लिए उनकी सरकार की पुलिस को गोली चलानी पड़ी थीं.
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सपा संरक्षक ने कहा था,
”मैंने साफ कहा था कि ये मंदिर-मस्जिद का सवाल नहीं है, देश की एकता का सवाल है. देश की एकता के लिए हमारी सरकार की पुलिस को गोली चलानी पड़ी. मुझे अफसोस है कि लोगों की जानें गईं.”
मुलायम सिंह यादव
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, 1990 की घटना को लेकर साल 2017 में मुलायम ने अपने 79वें जन्मदिन के मौके पर कहा, ”देश की एकता के लिए और भी मारना पड़ता तो सुरक्षा बल मारते.” बाबरी मस्जिद को बचाने के लिए अपने कदम को सही ठहराते हुए उन्होंने कहा, ”बहुत से मुसलमानों ने यह कहते हुए हथियार उठा लिए थे कि अगर उनकी आस्था की जगह खत्म हो गई, तो देश में क्या रहेगा?”
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मुलायम ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री और बीजेपी नेता अटल बिहारी वाजपेयी ने एक चर्चा के दौरान कहा था कि अयोध्या में 56 लोग मारे गए. उन्होंने आगे कहा, ”मेरी उनसे बहस हुई थी. वास्तव में, 28 मारे गए थे. मुझे छह महीने बाद आंकड़े का पता चला और मैंने अपने तरीके से उनकी मदद की.”
2. ‘लड़कों से गलतियां तो हो जाती हैं
साल 2014 में मुरादाबाद में आयोजित एक रैली में मुलायम सिंह ने रेप के एक मामले का जिक्र करते हुए विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था, “रेप के मामलों में फांसी की सजा देना गलत है. लड़कों से गलतियां तो हो जाती हैं. इसके लिए फांसी नहीं दी जानी चाहिए. कभी-कभी फंसाने के लिए भी लड़कों पर आरोप लगा दिया जाता है…लड़कों से गलतियां हो जाती हैं, ऐसे कानूनों को बदलने की जरूरत है.”
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हालांकि, ऐसा नहीं है कि अपने 52 साल के लंबे सियासी सफर में मुलायम सिंह ने ये ही दो विवादित बयान दिए थे, लेकिन उनके इन दो बयानों की सबसे ज्यादा चर्चा हुई. आज मुलायम सिंह हमारे बीच में नहीं हैं. उनके निधन पर सियासी जगत की हस्तियां, उनके प्रशंसक और चाहने वाले मायूस हैं. उत्तर प्रदेश में मानों शोक की लहर दौड़ गई है. आपको बता दें कि कल यानी मंगलवार को मुलायम सिंह यादव सैफई में अंतिम संस्कार किया जाएगा.
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