केशव मौर्य, ब्रजेश पाठक की नड्डा से मुलाकात के बाद प्रदेश अध्यक्ष को लेकर चर्चाएं हुईं तेज

कुमार अभिषेक

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UP news: यूपी में बीजेपी के लिए नए अध्यक्ष की खोज का मुद्दा अब अपने टॉप गियर में है. चर्चा है कि जल्द ही यूपी बीजेपी (Uttar Pradesh BJP) अध्यक्ष के नाम का ऐलान हो जाएगा. कौन होगा उत्तर प्रदेश बीजेपी का नया अध्यक्ष, इसे लेकर अटकलों का दौर जारी है. आपको बता दें कि केशव मौर्य और ब्रजेश पाठक की दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से हुई मुलाकात के बाद अटकलों का बाजार और गर्म हो गया है.

अध्यक्ष के नाम पर सहमति बनाने को लेकर सबसे पहले डिप्टी सीएम केशव मौर्य को बुधवार को दिल्ली बुलाया गया. यहां उन्होंने जेपी नड्डा से मुलाकात की. उसके बाद गुरुवार को दूसरे डिप्टी सीएम बृजेश पाठक को दिल्ली बुलाया गया और वहां नए अध्यक्ष के नाम को लेकर चर्चा की गई.

गुरुवार को ही सुनील बंसल ने डिप्टी सीएम केशव मौर्य से उनके घर जाकर मुलाकात की और बताया जा रहा है कि यहां भी मुलाकात का एजेंडा यूपी का नया प्रदेश अध्यक्ष ही था. इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी प्रदेश अध्यक्ष के नाम को लेकर चर्चा की गई है. लगातार कई राउंड दौर की चर्चा के बाद भी अभी तक किसी नाम पर सहमति नहीं बन पाई है.

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अभी तक जातियों के समीकरण को ही प्रदेश अध्यक्ष के नाम का पैमाना बताया जा रहा था. हालांकि अब बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह है कि सुनील बंसल की विदाई के बाद किसके कंधे पर पार्टी और संगठन का भार डाला जाए जो बखूबी 2024 की नैया पार लगाए. एक बात तो साफ है कि अब बीजेपी जाति के बजाय नेता के कद और संगठन क्षमता को ही नए अध्यक्ष का पैमाना मान रही है. यानी कि अब कोई भी बड़ा नाम, जिसके पास पर्याप्त संगठन का अनुभव हो, जो कार्यकर्ताओं की पसंद हो, वही उत्तर प्रदेश का नया बीजेपी अध्यक्ष हो सकता है.

क्या केशव मौर्य का नाम भी है रेस में?

अंदर खाने इस बात की अटकलें भी गर्म हैं कि पार्टी आलाकमान चाहता है कि केशव मौर्य को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाए. 2017 में एक सफल प्रदेश अध्यक्ष की भूमिका केशव मौर्य निभा चुके हैं, जब उनके नेतृत्व में पार्टी ने ऐतिहासिक 325 सीटें जीती थी. केशव कार्यकर्ताओं में भी लोकप्रिय हैं. पिछड़ी जाति का चेहरा होने और संगठन का बड़ा अनुभव होने की वजह से उनकी स्वीकार्यता काफी है. अगर केशव मौर्य को पार्टी प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी देती है तो फिर डिप्टी सीएम का क्या होगा? क्योकि वो पिछड़े वर्ग से हैं और अगर केशव मौर्य को अध्यक्ष बनाया गया तो सत्ता का जातीय समीकरण गड़बड़ा हो जाएगा. बीजेपी सीएम और डिप्टी सीएम के पद पर सिर्फ ठाकुर और ब्राह्मण रखना नहीं चाहेगी यानि फिर से पार्टी को बैलेंस बनाना होगा.

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पार्टी ने हाल ही में केशव मौर्य को विधान परिषद में पार्टी के नेता भी नामित किया है. पार्टी के भीतर एक बड़े धड़े का यह मानना है 2024 के लिए केशव मौर्य एक सरप्राइज नाम हो सकते हैं. कार्यकर्ताओं के साथ जुड़ाव और पार्टी पर पकड़ को देखते हुए ब्राह्मण चेहरे के तौर पर ब्रजेश पाठक का नाम भी सरप्राइज चेहरे के तौर पर देखा जा रहा है. हालांकि ये दोनों वे नाम हैं जो संगठन की पसंद तो हो सकते हैं लेकिन सीएम योगी की पसंद नहीं हो सकते.

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वैसे संगठन के लिहाज से रामा शंकर कठेरिया, भूपेंद्र चौधरी और विद्यासागर सोनकर का नाम भी चल रहा है. इनमें कठेरिया और सोनकर दलित बिरादरी से जबकि भूपेंद्र चौधरी जाट समुदाय से आते हैं. तमाम नजरें इस ओर टिकी है कि क्या बीजेपी का आला कमान प्रदेश अध्यक्ष को लेकर उत्तर प्रदेश में कोई बड़ा ऐलान करने वाला है? यानी कि कोई बड़ा चेहरा देश अध्यक्ष होगा?

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