चेहरे को गमछे से छिपाए लखीमपुर खीरी जा रहे हैं जयंत चौधरी, खुद ट्वीट किया वीडियो
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को हुई हिंसा के बाद तमाम विपक्षी दल के नेता जिले में जाने की कोशिश कर रहे…
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उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को हुई हिंसा के बाद तमाम विपक्षी दल के नेता जिले में जाने की कोशिश कर रहे हैं. इसी बीच राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने सोमवार को लखीमपुर खीरी जाने का एक वीडियो ट्वीट किया. इस वीडियो में जयंत चौधरी अपने चेहरे को गमछे से छिपाए हुए पैदल चलते नजर आ रहे हैं.
मैं अभी भी रास्ते में हूँ!#लखीमपुर_किसान_नरसंहार https://t.co/r4nzYPoPru
— Jayant Chaudhary (@jayantrld) October 4, 2021
जयंत ने वीडियो ट्वीट कर लिखा है, “मैं अभी भी रास्ते में हूं!”
आपको बता दें कि लखीमपुर खीरी जाने की कोशिश कर रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. वहीं, बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा को पुलिस ने नजरबंद कर दिया. इसके अलावा, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और पंजाब के डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा के विमान को यूपी सरकार ने लखनऊ में लैंड करने की अनुमति नहीं दी.
क्या है लखीमपुर खीरी हिंसा मामला?
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के तिकुनिया इलाके में रविवार, 3 अक्टूबर को हिंसा हुई. यूपी पुलिस ने बताया कि इस हिंसा में कुल 8 लोगों की मौत हुई है. हिंसा की यह घटना तिकुनिया में आयोजित कुश्ती कार्यक्रम में यूपी के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के पहुंचने से पहले हुई.
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संयुक्त किसान मोर्चा के मुताबिक, प्रदर्शनकारी किसान केशव प्रसाद मौर्य के कार्यक्रम का शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे थे. मोर्चा का आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा के गाड़ियों के काफिले ने किसानों को रौंदा और फायरिंग भी की. बताया जा रहा है कि यह काफिला डिप्टी सीएम को रिसीव करने के लिए आ रहा था.
इस मामले में आशीष मिश्रा ने दावा किया है कि घटना के वक्त वह काफिले की गाड़ियों में मौजूद नहीं थे. इसके अलावा आशीष ने कहा, “हमारे कार्यकर्ता डिप्टी सीएम को रिसीव करने जा रहे थे, जैसे ही वो लोग तिकुनिया से निकले, तो अपने आप को किसान कहने वालों ने आक्रमण कर दिया.”
पत्रकार, किसान, BJP कार्यकर्ता… लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए 8 लोग कौन थे?
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