गोरखनाथ मंदिर हमला केस: अखिलेश ने मुर्तजा के मानसिक स्वास्थ्य पर बोला, BJP ने घेर लिया

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गोरखनाथ मंदिर में पीएसी के दो जवानों को धारदार हथियार से घायल करने के मामले में गिरफ्तार हुए मुर्तजा अहमद अब्बासी नामक शख्स को लेकर उत्तर प्रदेश की राजनीति गर्म हो गई है. दरअसल, बुधवार को समाजवादी पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोपी मुर्तजा के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर एक बयान दिया था. अब एसपी चीफ के उसी बयान को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) उनपर हमलावर हो गई है. आइए आपको विस्तार से बताते हैं, क्या है पूरा मामला.

दरअसल, एसपी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को गोरखपुर के मंदिर के बाहर सुरक्षाकर्मियों पर हमले के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी के मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखने का आह्वान करते हुए सत्तारूढ़ भाजपा की इस बात के लिए आलोचना की कि वह इस घटना को खींच रही है.

रविवार की रात गोरखनाथ मंदिर में मुर्तजा द्वारा सुरक्षाकर्मियों पर हमले के बारे में पूछे जाने पर एसपी अध्यक्ष ने संवाददाताओं से कहा,

“अभी जो जानकारियां आ रही हैं और उसके पिता ने जो कहा है उसके हिसाब से उसे दिमागी समस्याएं थी, उसके साथ बाइपोलर इश्यूज (मनोविकार) थे. मुझे लगता है, वह पहलू भी देखना पड़ेगा. बीजेपी तो वह पार्टी है जो बात को न जाने कितना खींच देती है.”

अखिलेश यादव

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अब अखिलेश यादव के इसी बयान को लेकर बीजेपी के नेता उन्हें निशाने पर ले रहे हैं. यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर अखिलेश यादव पर हमला बोला. उन्होंने कहा, “अखिलेश यादव को कौन समझाए कि आतंकवादी होता ही है मनोरोगी!”

यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा, “अखिलेश जी यदि आपके पास और भी मानसिक रोगियों (आतंकियों) की कोई सूचि है तो उसे योगी जी तक पहुंचाएं, जिससे सभी का समय से उचित इलाज हो सके.”

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वहीं, उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने कहा, “अखिलेश यादव को अपनी मानसिक जांच करानी चाहिए.” इसके अलावा, यूपी सरकार के मंत्री जेपीएस राठौर ने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा, “उनकी मानसिकता पर तरस आता है. विपक्षी उनके साथ खड़े हैं तो यह निंदा का विषय है, अखिलेश सिर्फ अपनी सियासत कर रहे हैं.”

आपको बता दें कि इस मामले की जांच यूपी पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) की संयुक्त टीम कर रही है और जांचकर्ताओं को संदेह है कि अब्बासी खुद कट्टरपंथी है. गोरखनाथ मंदिर परिसर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आवास भी है जो मंदिर के मुख्य पुजारी हैं. हालांकि, हमले के वक्त योगी आदित्यनाथ मंदिर परिसर में नहीं थे.

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