अपने दलित सांसद रामजीलाल सुमन को लेकर फिर फायर मोड में आए अखिलेश यादव, इस बात पर भड़के
समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर जमकर निशाना साधा.
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समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर जमकर निशाना साधा. इस दौरान अखिलेश ने सपा के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन को अलीगढ़ में कथित तौर पर हाउस अरेस्ट किए जाने पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी. अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी के लोगों का वोट ग्राफ लगातार नीचे गिर रहा है जिससे वज घबराए हुए हैं.
बता दें कि सपा सांसद रामजी लाल सुमन अलीगढ़ में हुई घटना पर पीड़ित परिवार के घर जाना चाहते थे. लेकिन पुलिस और प्रशासन ने उन्हें एक तरह से हाउस अरेस्ट कर लिया. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सुमन को उनकी सुरक्षा कारणों की वजह से नहीं जाने दिया जा रहा है. जिसके बाद सपा के लोग रामजी लालसुमन के घर के बाहर धरने पर बैठ गए और नारे बाजी करने लगे.
अखिलेश यादव ने क्या कहा
रामजीलाल सुमन को रोके जाने के मामले पर अखिलेश ने कहा कि 'जो लोग तलवार लहरा रहे हैं उन पर कोई कारवाई नहीं की जा रही है. जो जान से मारने की धमकी दे रहे हैं उन पर भी कोई कारवाई नहीं की जाती है. वहीं रामजी लाल पीड़ितों से मिलना चाहते हैं तो मिलने नहीं दे रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि यह सब इसलिए किया जा रहा है क्योंकि बीजेपी के वोट का ग्राफ लगातार नीचे जा रहा है. उससे वह घबराए हुए हैं'.
अखिलेश यादव ने आगे कहा 'वह (बीजेपी) अपने समर्थकों को कट्टर समर्थकों को एकजुट रखने के लिए कभी मदरसों पर कारवाई कभी अल्पसंख्यकों पे कार्रवाई ,कभी वफ्फ बिल लाना. ये नफरत की राजनीति वो अपने वोट को संभालने के लिए कर रहे हैं.'
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आपको बता दें कि अलीगढ़ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था. वीडियो को वायरल करके ये दावा किया गया कि ठाकुर समुदाय के लोगों द्वारा जय भीम कहने पर दलित युवकों की पिटाई की जा रही है. लेकिन पुलिस की मानें तो चिखावाटी गांव की एक छात्रा कॉलेज जा रही थी. तब तीन युवकों ने उस पर अश्लील कमेंट और फब्तियां कसना शुरू किया. इस पर छात्रा ने शोर मचा दिया. फिर पब्लिक ने इन तीनों युवकों की नग्न कर जमकर पिटाई की और फिर मामले में पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज कर लिया है. इसी घटना में पीड़ित परिवार से मिलने के लिए रामजी लाल जा रहे थे.लेकिन उन्हे शांति भंग होने का हवाला देकर पुलिस ने नहीं जाने दिया.