उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के साढ़े चार साल पूरे होने के मौके पर विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है, ”चौवन गुजरे, छह महीने बचे इस दंभी सरकार के, किसान, गरीब, महिला और युवा पर अत्याचार के, बेरोजगारी, महंगाई, नफरत और ठप्प कारोबार के, बहकावे, फुसलावे वाली, जुमलेबाज सरकार के”
इसके अलावा अखिलेश ने कहा है, ”नहीं चाहिए ऐसी सरकार, जिसका सच है: ठग का साथ, ठग का विकास, ठग का विश्वास, ठग का प्रयास.”
इस मौके पर बहुजन समाज पार्टी चीफ मायावती ने कहा है, ”यूपी बीजेपी सरकार द्वारा ’बदलाव के 4.5 वर्ष’ का विज्ञापन और दावे अधिकांश हवा-हवाई और जमीनी हकीकत से बहुत दूर. इनकी कथनी और करनी में अंतर होने के कारण खासकर यहां की बढ़ती गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई आदि से जनता की बदहाली जग-जाहिर.”
वहीं, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा है, ”यूपी सरकार को चाहिए था कि 4.5 सालों पर जनता के सवालों का जवाब दे, लेकिन नहीं. फिर झूठ, झूठ और सिर्फ झूठ. लाखों खाली पदों पर नौकरियां देने और लटकी भर्तियां कराने पर, किसान को गन्ना, गेहूं, धान, आलू के दाम देने में, बिजली के दाम कम करने में, महंगाई रोकने में यूपी सरकार फेल रही.”
बता दें कि सरकार के साढ़े चार साल पूरे होने के मौके पर 19 सितंबर को सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपनी सरकार की ‘उपलब्धियों’ को सामने रखा.
इस दौरान सीएम योगी ने कहा, ”पहले मुख्यमंत्रियों में अपने आवास बनाने की होड़ लगती थी, जबकि हम लोगों ने अपने आवास नहीं, बल्कि 42 लाख गरीबों के आवास बनाए हैं.”
योगी आदित्यनाथ ने कहा, ”पिछले 4.5 वर्षों में प्रदेश ने जो उपलब्धियां हासिल की हैं, उसने प्रदेश के लिए परसेप्शन बदला है. 4.5 वर्ष का यह कार्यकाल सुरक्षा और सुशासन का रहा है.”
हमारी सरकार ने चेहरा देखकर नौकरी नहीं दी, पहले होती थी भर्ती में वसूली: CM योगी