काशी विश्वनाथ धाम में अब मिलेगा मोटे अनाज से बना ‘श्री अन्न प्रसादम’, PM मोदी की है पहल
Varanasi News: मिलेट्स (मोटे अनाज) को बढ़ावा देने के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम और जागरूकता में अब बाबा विश्वनाथ भी भागीदारी करेंगे. श्री काशी…
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Varanasi News: मिलेट्स (मोटे अनाज) को बढ़ावा देने के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम और जागरूकता में अब बाबा विश्वनाथ भी भागीदारी करेंगे. श्री काशी विश्वनाथ धाम में चढ़ने वाले प्रसाद में मिलेट्स के लड्डू को भी शामिल कर लिया गया है. प्रसाद बनाने वाली महिला स्वयं सहायता समूह को इसकी जिम्मेदारी दी गयी है. अब बाजरे, तिल, गुड़ और मेवे से देशी घी में बने लड्डू बाबा को प्रसाद के रूप में अर्पित किए जाएंगे.
मिलेट्स का भोजन में अधिक से अधिक प्रयोग बढ़ाने के लिए जागरूकता लाने और इसका संदेश देने में अब शिवधाम की भी भूमिका होगी. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में अब मिलेट्स(Millets) के लड्डू बाबा को चढ़ाए जाएंगे. महिला समूह की अध्यक्ष सुनीता जायसवाल बताती हैं ‘हम लोग बाबा का प्रसाद बनाते हैं. अब प्रसाद बनाने में बाजरे, तिल और गुड़ के देशीघी में लड्डू तैयार कर रहे हैं. इसमें शुद्धता का पूरा ध्यान रखते हैं.’ महिलाओं का स्वयं सहायता समूह पहले से ही विश्वनाथ मंदिर का प्रसाद बना रहा है. पर अब इसको बाजरे से बनाने की पहल हुई है. सुनीता कहती हैं कि प्रधानमंत्री जी कोई भी संदेश देते हैं, वो इनके संसदीय क्षेत्र से भी जाना चाहिए.’
स्वयं सहायता समूह की महिलाएँ बना रहीं श्री अन्न प्रसाद
हालांकि पहले से ही महिलाओं का समूह बाबा का प्रसाद बना रहा था.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में ख़ास तौर कर इसकी शुरुआत करके संदेश देने की पहल की गयी है. पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका निर्देश दिया था. उसके बाद प्रशासन ने महाप्रसाद बना रही महिलाओं की ट्रेनिंग भी करायी. शनिवार को यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सर्किट हाउस में इन महिलाओं से मुलाक़ात की और उसके बाद काशी विश्वनाथ मंदिर में ‘मिलेट्स लड्डू’ का प्रसाद चढ़ाया.
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100 और 200 ग्राम के पैक में उपलब्ध बाजरा लड्डू
वाराणसी के मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपल ने पहले मिलेट्स लड्डू की क्वालिटी और पैकिंग को देखा और परखा. महिलाओं की दो दिन की ट्रेनिंग में बाजरे और मक्के को शामिल किया गया था, पर बाजरे को बाबा के लड्डू प्रसाद के लिए उपयुक्त पाया गया. उसके बाद इसकी व्यवस्था की गयी. सुनीता जायसवाल बताती हैं कि ‘पहले आटा, सूजी,काजू बादाम से ये प्रसाद बनाया जा रहा था।अब बाजरे को काजू बादाम, गुड़ के साथ देशी घी से ये ये प्रसाद तैयार किया जा रहा है. फ़िलहाल ये 100 ग्राम और 200 ग्राम की पैकिंग में उपलब्ध होगा.’ इसकी पहचान लोग इसकी पैकिंग से ही कर सकेंगे क्योंकि इसके ऊपर ‘श्री अन्न प्रसाद’ लिखा गया है।इसमें मिलेट्स वर्ष 2023 का लोगो भी लगा है।मंदिर परिसर में लगे प्रसाद काउंटर में भी इसको रखा गया है.
संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2023 को मिलेट्स ईयर घोषित किया है. भारत में मिलेट्स यानि मोटा अनाज खंड की परम्परा पहले से रही है. ज्वार, बाजरा, मक्का जैसे मोटे अनाज को प्रोमोट करने के लिए तरह तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है. प्रधानमंत्री ने भी मिलेट्स भोज कर इसका संदेश दिया तो यूपी के मुख्यमंत्री ने भी अपने मंत्रियों के साथ मिलेट्स भोज किया. पर हिंदू धर्म की आस्था के सबसे बड़े केंद्र में से एक श्री काशी विश्वनाथ धाम में मिलेट्स को प्रसाद के रूप में शामिल कर एक
संदेश देने की कोशिश की गयी है.
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