बरेली में बिना नहाए स्कूल पहुंचे छात्र तो प्रिंसिपल ने चलवा दिया ट्यूबवेल, वीडियो वायरल
इन दिनों सर्दी का मौसम चल रहा है. कड़ाके की ठंड पड़ रही है. सुबह-सुबह स्कूली बच्चे भी कई बार बिना नहाए ही स्कूल चले जाते हैं. इसी से जुड़ा एक मामला यूपी के बरेली से सामने आया है.
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Bareilly News: इन दिनों सर्दी का मौसम चल रहा है. कड़ाके की ठंड पड़ रही है. सुबह-सुबह स्कूली बच्चे भी कई बार बिना नहाए ही स्कूल चले जाते हैं. इसी से जुड़ा एक मामला यूपी के बरेली से सामने आया है. आरोप है कि यहां कुछ छात्र बिना नहाए ही स्कूल पहुंच गए. इसके बाद स्कूल के प्रिंसिपल ने छात्रों को विद्यालय में ही नहाने का आदेश दे दिया. इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वहीं, मामले की जानकारी होने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी ने नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है. साथ ही जांच कमेटी भी बनाई है.
अब जानिए पूरा मामला
यह मामला बरेली के छत्रपति शिवाजी इंटर कॉलेज से सामने आया है. स्कूल के प्रिंसिपल डॉक्टर रणविजय सिंह ने बताया कि कई दिनों से छात्र शिकायत कर रहे थे कि क्लास में कुछ बच्चे बिना नहाए आते हैं, जिसकी वजह से क्लास में बदबू आती है. आज भी कुछ ऐसा ही हुआ. बता दें कि जब प्रिंसिपल ने प्रार्थना सभा के बाद बच्चों से पूछा कि वे नहा कर आए हैं या नहीं तो कुछ बच्चों ने इनकार कर दिया. इसके बाद प्रिंसिपल ने स्कूल में लगे समरसेबल को चालू कराया और बच्चों को हौज में नहाने के लिए कहा. इसके बाद एक-एक करके छह बच्चे समरसेबल में नहा कर कपड़े बदलकर अपनी क्लास में पहुंचे.
प्रिंसिपल ने बताया अपना उद्देश्य
स्कूल के प्रिंसिपल डॉक्टर रणविजय सिंह ने बताया कि उनका उद्देश्य किसी भी तरह से बच्चे को परेशान करना नहीं था. उन्होंने अनुशासन नियमों का पाठ पढ़ने के लिए यह तरीका निकाला, क्योंकि कई बार बच्चे बात नहीं मान रहे थे. बार-बार समझाने के बावजूद बच्चे बिना नहाए धोए स्कूल आ रहे थे. उन्होंने कहा कि इन दोनों मौसम साफ है फिर भी बच्चे बिना नहाए हुए घर से आ रहे थे, उनका उद्देश्य किसी की भी भावना को ठेस पहुंचना नहीं है.
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जिला विद्यालय निरीक्षक अधिकारी देवकी सिंह ने कहा, “मेरे संज्ञान में मामला सामने आया कि प्रिंसिपल ने जो बच्चा नहा कर नहीं आए थे, उन्हें ट्यूबवेल के पानी में नहाने के लिए कहा. प्रथम दृष्टया यह गलत है. सर्दी का मौसम है. विभागीय नियम नहीं है कि बच्चों को सीधा स्कूल में नहलाया जाए. मामले में नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी.”
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