उत्तर प्रदेश के प्रयागराज समेत कई जिलों में पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ बीजेपी की निलंबित नेता नुपुर शर्मा की कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद लोगों ने नारेबाजी और पथराव किया था. ताजा जानकारी के अनुसार, पुलिस ने अब तक 95 उपद्रवियों को तीन अलग-अलग एफआईआर में नामजद कर लिया है. साथ ही पांच हजार अज्ञात उपद्रवियों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है.
आपको बता दें कि AIMIM के जिलाध्यक्ष शाह आलम और जीशान रहमानी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. इसके अलावा, पुलिस ने एसपी के पार्षद फजल खान और दिलशाद मंसूरी के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया है. वहीं, पुलिस ने मामले में मोहम्मद जावेद उर्फ जावेद पंप को हिंसा का मास्टरमाइंड बताया है.
पुलिस ने मजदूर सभा के नेता आशीष मित्तल और अटाला इलाके के हिस्ट्रीशीटर टीपू के खिलाफ भी केस दाखिल किया है.
गौरतलब है कि हिंसा के ‘मास्टरमाइंड’ मोहम्मद जावेद उर्फ जावेद पंप के घर पर पीडीए ने कार्रवाई का नोटिस चस्पा किया है. यह नोटिस शनिवार को लगाया गया. नोटिस के जरिए यह कहा गया है 12 जून को 11:00 बजे तक घर में रहने वाले सभी लोग सामान हटाकर खाली कर दें, ताकि पीडीए अपनी कार्रवाई कर सके. आपको बता दें जावेद पंप को पहले ही पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.
इससे पहले एसएसपी अजय कुमार ने शनिवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था, “आरोपियों के अवैध निर्माणों पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी. गैंगस्टर एक्ट लगाकर, इनकी काली कमाई की सम्पत्तियों का जब्तीकरण किया जाएगा. किसी भी एंगल से इनको छोड़ा नहीं जाएगा.”
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