फतेहपुर में रेलवे ट्रैक पर भिड़ीं दो माल गाड़ियां, हादसे का पूरा सीन चौंकाने वाला! कैसे हुआ सब जानिए

नितेश श्रीवास्तव

Fatehpur Train Hadsa: फतेहपुर जिले के खागा कोतवाली क्षेत्र के पांभीपुर के पास एक रेल हादसा देखने को मिला. यहां एक ही ट्रैक पर दो मालगाड़ियां आपस में टकरा गईं.

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फतेहपुर जिले के खागा कोतवाली क्षेत्र के पांभीपुर के पास एक रेल हादसा देखने को मिला. यहां एक ही ट्रैक पर दो मालगाड़ियां आपस में टकरा गईं. एक ट्रेन का इंजन पटरी से उतर गया और क्षतिग्रस्त हो गया. इस हादसे में ट्रेन के चालक और सहचालक को हल्की चोटें आईं. हालांकि इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. इस हादसे के विजुअल डरावने हैं. इसमें देखा जा सकता है कि कैसे एक मालगाड़ी का इंजन बिल्कुल एक किनारे नीचे गिरा हुआ है.  

कैसे हुआ हादसा?

तड़के यह दुर्घटना तब हुई जब एक चलती हुई मालगाड़ी ने पहले से खड़ी दूसरी मालगाड़ी को टक्कर मार दी. इस टक्कर से ट्रेन का इंजन और गार्ड कोच पटरी से उतर गए. घटना के तुरंत बाद रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू किया गया.

दो रेलवे कर्मचारी हुए घायल

इस हादसे में ट्रेन चालक अनुज राज (28 वर्ष) और सहचालक शिव शंकर यादव (35 वर्ष) को हल्की चोटें आईं. उन्हें पास के कम्युनिटी हेल्थ सेंटर (CHC) में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई. डॉक्टर सुभाष दुबे ने बताया, "दोनों घायल हमारे अस्पताल आए थे. उनकी चोटें गंभीर नहीं थीं, इसलिए प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया."

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हादसे के बाद रेल यातायात प्रभावित

इस दुर्घटना के कारण अप लाइन पर ट्रेनों की आवाजाही बाधित हो गई. रेलवे प्रशासन तेजी से पटरियों को खाली करवाने में जुटा है ताकि यातायात जल्द से जल्द बहाल हो सके. रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, यह रूट भारतीय रेलवे के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस मार्ग से कोयला ढोने वाली मालगाड़ियां गुजरती हैं, जो बिजली उत्पादन के लिए आवश्यक हैं.

रेलवे ने इसे मानवीय भूल बताया

उत्तर मध्य रेलवे (NCR) के एजीएम जी एस लाकड़ा ने घटना को लेकर बयान देते हुए कहा, "इस हादसे में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है. किसी यात्री ट्रेन पर असर नहीं पड़ा, क्योंकि यह एक डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (DFCC) है, जहां सिर्फ मालगाड़ियां चलती हैं. यह रूट कोयला आपूर्ति के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. दुर्घटना संभवतः सिग्नल की गड़बड़ी या मानवीय भूल (ह्यूमन एरर) के कारण हुई है. हालांकि, पूरी सच्चाई जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगी."

बहाली का कार्य जारी, जल्द होगा रूट क्लियर

रेलवे प्रशासन ने बताया कि राहत और बहाली का काम तेजी से जारी है. दुर्घटनाग्रस्त बोगियों को हटाने के लिए रेलवे की मशीनरी और कर्मचारी जुटे हुए हैं. रेलवे का लक्ष्य है कि इस रूट को जल्द से जल्द साफ करके मालगाड़ियों की आवाजाही बहाल की जाए.

अधिकारियों की अपील: अफवाहों से बचें

रेलवे प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि इस हादसे को लेकर सोशल मीडिया पर गलत जानकारियां न फैलाएं. किसी भी बड़े नुकसान की खबरें निराधार हैं. रेलवे अधिकारियों के अनुसार, दुर्घटना से किसी भी यात्री ट्रेन पर कोई असर नहीं पड़ा है, और कोई बड़ा जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है.

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