नतालिया बन गईं निष्ठा, यारोस्लाव बन गए श्यामसुंदर! वृंदावन में रशियन कपल के करोड़ों के साम्राज्य की कहानी
Vrindavan News : वृंदावन में एक रूसी दंपति द्वारा अवैध तरीके से बनाई गई 7 मंजिला इमारत की जब्ती का आदेश यहां की अदालत ने बरकरार रखा है.
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Vrindavan News : वृंदावन में एक रूसी दंपति द्वारा अवैध तरीके से बनाई गई 7 मंजिला इमारत की जब्ती का आदेश यहां की अदालत ने बरकरार रखा है. इस इमारत की कीमत 29.22 करोड़ रुपये आंकी गई है. रमनरेती इलाके में स्थित इस इमारत का निर्माण रूस की नागरिक नतालिया क्रिवोनोसोवा (जो खुद को निष्ठा रानी देवीदासी बताती हैं) और उनके पति यारोस्लाव रोमानोव (जो श्यामसुंदर चरण दास के नाम से जाने जाते हैं) ने किया था. दोनों टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे और धार्मिक गतिविधियों में संलग्न हो गए थे.
विशेष लोक अभियोजक शैलेंद्र कुमार गौतम ने बताया, "दंपति ने धार्मिक ट्रस्ट बनाकर फ्लैट किराए पर देने और बेचने का अवैध कारोबार शुरू किया. स्थानीय लोगों की शिकायतों के बाद पुलिस ने जांच शुरू की, जिसमें उनकी गतिविधियां धोखाधड़ी भरी पाई गईं."
जिला मजिस्ट्रेट ने जारी किया था आदेश
जांच में पता चला कि इमारत का निर्माण अवैध रूप से जुटाए गए धन से हुआ था. इसके बाद 30 जून 2023 को तत्कालीन जिला मजिस्ट्रेट पुलकित खरे ने गैंगस्टर्स एक्ट के तहत इमारत को जब्त करने का आदेश दिया था.
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कोर्ट ने सुनाया फैसला
दंपति ने इस आदेश को अदालत में चुनौती दी, लेकिन अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश पल्लवी अग्रवाल ने शनिवार को आदेश को बरकरार रखते हुए इमारत की जब्ती का फैसला सुनाया. "रूसी बिल्डिंग" के नाम से जानी जाने वाली यह संपत्ति 1412.72 वर्ग मीटर में फैली है.
अवैध धन से कमाई गई संपत्ति
अधिकारियों का कहना है कि यह इमारत दंपति द्वारा धार्मिक गतिविधियों की आड़ में जुटाए गए अवैध धन से बनाई गई थी. अब प्रशासन द्वारा इसे जब्त कर सरकारी संपत्ति घोषित किया जाएगा.
(यह समाचार पीटीआई-भाषा से प्राप्त जानकारी पर आधारित है.)