उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में बुखार का कहर लगातार जारी है. स्थानीय सदर विधायक मनीष असीजा के मुताबिक, बुखार से मौत का आंकड़ा 50 से ज्यादा हो चुका है. मरने वालों में ज्यादातर बच्चे शामिल हैं. बुखार की असली वजह क्या है, यह पूरी तरह साफ होना बाकी है. अब तक आधिकारिक तौर पर इस बुखार को वायरल/संदिग्ध डेंगू बताया गया है.
इस बीच यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने फिरोजाबाद की मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) नीता कुलश्रेष्ठ का ट्रांसफर कर दिया है. कुलश्रेष्ठ की नई तैनाती अलीगढ़ के मलखान सिंह जिला चिकित्सालय में वरिष्ठ परामर्शदाता के तौर पर करने का आदेश जारी हुआ है.
कुलश्रेष्ठ की जगह अब हापुड़ के अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी दिनेश कुमार प्रेमी को फिरोजाबाद का मुख्य चिकित्सा अधिकारी बनाया गया है.
विधायक ने नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग को बताया था दोषी
बीजेपी विधायक मनीष असीजा ने फिरोजाबाद में सीएम के दौरे से पहले नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग को मामले का दोषी ठहराया था.
उन्होंने 29 अगस्त को कहा था, ”सभी जगह पर दो-तीन बातें एक जैसी हैं- बुखार आ रहा है, प्लेटलेट्स गिर रहे हैं, जिन क्षेत्रों में भी डेंगू ने बच्चों को अपना शिकार बनाया है, उनके घर के आसपास बहुत सारी गंदगी और जलभराव पाया जा रहा है.”
असीजा ने कहा था कि कुछ विभागों को जितनी जिम्मेदारी दिखानी थी, उन्होंने उसकी 10 फीसदी भी जिम्मेदारी नहीं दिखाई.
सीएम योगी ने 30 अगस्त को किया था फिरोजाबाद का दौरा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 30 अगस्त को फिरोजाबाद पहुंचकर राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय का निरीक्षण किया था. इस दौरान उन्होंने मरीजों से मिलकर उनका हाल-चाल जाना और अधिकारियों को बेहतर मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए थे.
#UPCM श्री @myogiadityanath जी ने आज जनपद फिरोजाबाद में राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय का निरीक्षण किया।
मुख्यमंत्री जी ने इस दौरान मरीजों से मिलकर उनका हाल-चाल जाना व अधिकारियों को बेहतर चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया। pic.twitter.com/OOap8z22o8
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) August 30, 2021
फिरोजाबाद में सीएम योगी ने कहा था, ”यहां पर डेंगू के संदिग्ध मामले पाए गए हैं. 18 तारीख को पहला मामला सामने आया था. तेजी के साथ यहां के लगभग 8-9 मोहल्लों में संदिग्ध डेंगू से संबंधित मामले देखने को मिले. स्थानीय स्तर पर जागरूकता का अभाव था.”
उस दौरान उन्होंने कहा था, ”लगभग 32 बच्चों की और 7 वयस्कों की मौत हुई है. हम यहां मेडिकल एजुकेशन और सर्विलांस की टीम भेजकर जांच करा रहे हैं कि ये मामले संदिग्ध डेंगू से ही जुड़े हुए हैं या और भी कोई मामला है.”
सीएम योगी ने यह भी कहा था कि अगर किसी स्तर पर कोई लापरवाही हुई होगी तो उसकी जवाबदेही भी तय की जाएगी.
जांच में सामने आई कोविड का प्रभाव न होने की बात
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की 11 सदस्यीय टीम ने फिरोजाबाद पहुंचकर सैंपल्स की जांच भी की है. जांच में कोविड के प्रभाव की बात सामने नहीं आई है.
इस बीच मुख्यमंत्री योगी ने शहरी और ग्रामीण निकायों को क्षेत्र में साफ सफाई करने के निर्देश दिए हैं.
(समर्थ श्रीवास्तव के इनपुट्स के साथ)
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