हमीरपुर जेल में हुआ सराहनीय सुधार कार्य, अब तक इतने निरक्षर कैदियों को बनाया गया साक्षर

नाहिद अंसारी

Hamirpur News: यूपी के हमीरपुर जिले की जिला जेल में कैदियों के लिए एक अनूठी पहल के जरिए निरक्षर कैदियों को साक्षर बनाया जा रहा…

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Hamirpur News: यूपी के हमीरपुर जिले की जिला जेल में कैदियों के लिए एक अनूठी पहल के जरिए निरक्षर कैदियों को साक्षर बनाया जा रहा है. इसके तहत एक साल में 325 निरक्षर कैदियों को साक्षर कर हस्ताक्षर करना सिखाया जा चुका है. ये कैदी अब हिंदी के साथ अंग्रेजी में भी हस्ताक्षर करने लगे हैं. इतना ही नहीं ये कैदी अब लिखना और पढ़ना भी जान गए हैं.

जेल के बाहर रहकर जिन लोगों ने अपराध करना सीखा, वही जेल में मिले माहौल में क, ख, ग, घ, ही नहीं अपना नाम पता तक लिखना सीख गए हैं. इनमें से कई बंदी गंभीर अपराधों में दोषी करार किए जा चुके हैं. वहीं, बहुत से बंदी साक्षर होने के बाद जेल से निकल भी गए हैं.

आपको बता दें कि जेल अधिकारी ने इन कैदियों के लिए विशेष कक्षाओं की व्यवस्था करते हैं. जेल में निरक्षर बंदियों के लिए कक्षाएं चलाई जाती हैं. यह स्कूल की तर्ज पर चलती हैं और इनका समय निर्धारित होता है. बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा यहां शिक्षक अखिलेश शुक्ला को तैनात किया गया है. जो बंदियों को पढ़ाते हैं. उनके द्वारा पिछले एक जनवरी 2022 से 31 दिसंबर 2022 तक 325 बंदियों को साक्षर बनाया गया है.

शिक्षक अखिलेश शुक्ला ने बताया कि अधिकतर बंदी निरक्षर होने के बाद भी पढ़ना नहीं चाहते थे. उन्हें पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया गया. उन्होंने बताया कि 14 से 20 वर्ष के बीच 43, 21 से 40 वर्ष के 183, 40 से 60 के 89 व 60 से 90 वर्ष के 10 बंदी हैं. बकौल शुक्ला, कुल 325 बंदियों को साक्षर बनाया है गया. इनमें 89 बंदी ऐसे थे, जो पढ़ना लिखना नहीं जानते थे. उन सभी को हिंदी व अंग्रेजी में नाम लिखना सिखाया है.

डिप्टी जेलर रामरतन ने बताया कि जेल में पढ़ने का माहौल बनने से सालभर में 325 बंदी साक्षर हुए हैं. बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा एक शिक्षक की तैनाती है. जो प्रतिदिन बंदियों को क, ख, ग पढ़ाते हैं.

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