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7 महीने पहले 2 बच्चों को रौंदा फिर मार्च में 4 पर चढ़ाई कार, कानपुर में मिला पुणे जैसा केस

सिमर चावला

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Kanpur
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UP News: पुणे के हिट एंड रन केस (Pune Hit and Run Case) ने पूरे देश को चौंका दिया है. इस केस ने सिस्टम की भी पोल खोल कर रख दी है. कैसे पुलिस अमीरी के आगे नाबालिग आरोपियों को बचाने के लिए रास्ते खोजती है और कैसे अमीरी के नशे में चूर नाबालिग आरोपियों को बचाया जाता है. मगर जब से पुणे का हिट एंड रन केस चर्चाओं में आया और इस मामले में पुणे पुलिस एक्शन में आई है, अब इसका असर उत्तर प्रदेश की कानपुर पुलिस में भी देखने को मिला है.

दरअसल कानपुर में भी पुणे जैसा ही मामला सामने आया है. यहां तो जो हुआ है, उसे जानकर आप भी सकते में आ जाएंगे. यहां कानपुर पुलिस की लापरवाही की वजह से 4 लोग गंभीर जख्मी हो गए. दरअसल नाबालिग ने तेज रफ्तार गाड़ी चलाते हुए 4 लोगों को टक्कर मार दी. इस हादसे में चारों गंभीर जख्मी हो गए. मगर इस हादसे के बाद कानपुर पुलिस पर भी सवाल उठने लगे. दरअसल जिस नाबालिग ने 4 लोगों को टक्कर मारी, वह 7 महीने पहले ही तेज रफ्तार कार चलाकर 2 बच्चों को रौंद चुका है और उन्हें मौत के घाट उतार चुका है. मगर पुलिस ने कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति की. बता दें कि तेज रफ्तार से गाड़ी चलाकर 2 बच्चों को मारने वाले नाबालिग की उम्र सिर्फ 15 साल है.

बता दें कि पुणे केस के लाइमलाइट होने के बाद और नाबालिग द्वारा दूसरी बार 4 लोगों पर गाड़ी चढ़ाने के बाद अब कानपुर पुलिस एक्शन में आ गई है और उनसे सख्त कार्रवाई की है.

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पहले जानिए क्या है पूरा मामला

कानपुर के रहने वाले 15 साल के नाबालिग ने अक्टूबर 2023 में तेज रफ्तार से गाड़ी चलाते हुए सागर निषाद और आशीष राम चरण नाम के दो बच्चों को रौंद दिया. जिस वक्त ये हादसा हुआ, उस समय नाबालिग कार चला रहा था और गाड़ी में उसके 3 दोस्त भी मौजूद थे. गाड़ी नाबालिग के पिता के नाम पर दर्ज थी. आरोपी के पिता की गिनती कानपुर के बड़े डॉक्टरों में की जाती है. 

इस पूरे मामले पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया. पुलिस ने धारा-304ए के तहत केस दर्ज करके मामले की खानापूर्ति की. नाबालिग को ना ही बाल सुधार केंद्र भेजा गया और ना ही उसके पिता के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की. 

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फिर 4 लोगों पर चढ़ा दी कार

बता दें कि इस हादसे के करीब 6 से 7 महीने बाद 31 मार्च 2024 को एक बार फिर उसी नाबालिग ने 4 लोगों के ऊपर कार चढ़ा दी. 2 बच्चों की मौत के बाद भी नाबालिग और उसके परिवार को कोई फर्क नहीं पड़ा और उसने फिर से रैश ड्राइविंग करके 4 लोगों को घायल कर दिया.

पुलिस ने फिर मामले की खानापूर्ति करते हुए आईपीसी की धारा 279 और 338 के तहत केस दर्ज किया. मगर एक बार फिर पुलिस ने आरोपी नाबालिग को डिटेन नहीं किया और वह आजाद घुमता रहा. दो बच्चों को मारने और 4 लोगों को घायल करने के बाद भी पुलिस ने नाबालिग और उसके पिता के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. 

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अब हुआ बड़ा एक्शन

बता दें कि पुणे हिट एंड रन केस के चर्चाओं में आने और पुलिस की आलोचना होने के बाद अब कानपुर पुलिस ने इन दोनों मामलों में सख्त एक्शन लिया है. अब पुलिस ने नाबालिग को डिटेन कर लिया है. इसी के साथ नाबालिग के डॉक्टर पिता को भी दोनों मामलों में आरोपी बनाया गया है. बता दें कि पुलिस ने पहले केस में नाबालिग को डिटेन किया है और उसे बाल सुधार केंद्र भेज दिया है. अब ये मामला चर्चाओं में आ गया है.

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