गोरखपुर एम्स के अफसर ने MBBS छात्रा का यौन उत्पीड़न किया? साइकेट्रिस्ट डिपार्टमेंट में हुई एडमिट
गोरखपुर एम्स से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. आरोप है कि यहां एक वरिष्ठ अधिकारी ने एमबीबीएस छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न किया है. खबर में आगे जानिए पूरा मामला.
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Gorakhpur AIIMS News: गोरखपुर एम्स से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. आरोप है कि यहां एक वरिष्ठ अधिकारी ने एमबीबीएस छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न किया है. इस खबर के सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है. नए कार्यकारी निदेशक गोपाल कृष्ण पाल ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत एक्शन लिया और इसकी जांच 9 सदस्यीय कमेटी को सौंप दी है. फिलहाल आरोपित अधिकारी का कैंपस में प्रवेश रोक कर दिया है. कार्यकारी निदेशक गोपाल कृष्ण पाल ने कहा है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.
गोरखपुर एम्स पिछले कई दिनों से लगातार विवादों के घेरे में चल रहा है. अभी पूर्व कार्यकारी निदेशक के खिलाफ विभिन्न मामलों में चल रही जांच का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था कि इसी बीच अचानक से एक बड़ी खबर सामने आई. बता दें कि एम्स के एक वरिष्ठ अधिकारी पर एमबीबीएस की छात्रा से यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है. घटना 17/18 दिसंबर 2023 की बताई जा रही है.
हालांकि यह मामला तत्कालीन कार्यकारी निर्देशक के सामने भी आ चुका था. मगर तब इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. छात्रा ने इसको लेकर कई अन्य जगह भी शिकायत की थी. आरोप है कि उस वक्त मामले को कहीं ना कहीं दबाने का प्रयास किया गया. मगर अब जब छात्रा की तबीयत बिगड़ने लगी तो इसकी जानकारी नए कार्यकारी निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी को दी गई. फिर उन्होंने तत्काल एक्शन लेते हुए 9 सदस्यीय जांच कमेटी बैठाई.
गोरखपुर एम्स के कार्यकारी निदेशक ने कही ये बात
एमबीबीएस छात्रा द्वारा एम्स प्रशासन के प्रशासनिक अधिकारी पर लगाए गए गंभीर आरोप पर कार्यकारी निदेशक गोपाल कृष्ण पाल ने कहा कि उनकी नई नियुक्ति हुई है. वो पटना एम्स के निदेशक हैं और गोरखपुर एम्स का अतिरिक्त प्रभार उन्हें मिला है. 9 जनवरी को वो एम्स गोरखपुर पहुंचे हैं. उन्हें उसी दिन शाम को इस घटना की सूचना मिली. मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने उसी रात 11 बजे एम्स गोरखपुर की प्रशासनिक गर्वनिंग बॉडी की आपातकालीन बैठक बुलाई थी.
उन्होंने बताया कि इसमें यह निर्णय लिया गया कि आरोपित अधिकारी को तत्काल कार्यमुक्त किया जाएगा. उन्होंने बताया कि आरोपी को एम्स परिसर में आने से प्रतिबंधित कर दिया गया है. वो गोरखपुर भी छोड़कर बाहर कही नहीं जाएंगे.
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बकौल कार्यकारी निदेशक, “पीड़ित छात्रा जो साइकैट्रिस्ट विभाग में एडमिट है, उससे मैंने करीब 45 मिनट तक मुलाकात की. उसे अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया कराई गई है, जिससे कि वह भयभीत ना हो. गोरखपुर एम्स ने एक कमेटी का गठन किया है जो इस मामले में जांच कर रही है. हम ऐसी आशा करते हैं बहुत जल्द ही इस मामले का पर्दाफाश होगा. टीम रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी. रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.”
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