लेटेस्ट न्यूज़

जन्म से नेत्रहीन इंटर कॉलेज का प्रवक्ता प्रभात उपाध्याय बरेली के मदरसे में हामिद के रूप में पाया गया! फिर हुआ इस साजिश का खुलासा

उत्तर प्रदेश के बरेली में एक नेत्रहीन प्रोफेसर को शादी और बहलाने के बहाने जबरन धर्म परिवर्तन कराने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें मुख्य आरोपी अब्दुल मजीद भी शामिल है.

ADVERTISEMENT

UP Tak
social share
google news

Bareilly Conversion Case: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में धर्मांतरण से जुड़ा एक चौंकाने वाला और सनसनखेज मामला सामने आया है जहां एक नेत्रहीन प्रोफेसर को पहले शादी का झांसा देकर बहलाया गया, फिर उसका ब्रेनवॉश कर जबरन धर्म परिवर्तन करवा दिया गया. यह पूरा घटनाक्रम तब उजागर हुआ जब पीड़ित की मां ने पुलिस से मदद की गुहार लगाई. पुलिस की तत्परता से इस गिरोह का पर्दाफाश हुआ और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. यह मामला छांगुर बाबा की तरह धर्मांतरण की बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रहा है. क्या है पूरा मामला आगे खबर में जानिए.   

मां की शिकायत से खुला मामला

यह मामला अलीगढ़ के महुआखेड़ा थाना क्षेत्र की रहने वाली अखिलेश कुमारी की शिकायत के बाद सामने आया. बता दें कि उन्होंने पुलिस को बताया कि उनका बेटा प्रभात उपाध्याय जन्म से नेत्रहीन है. उनके अनुसार प्रभात 15 अगस्त 2025 से लापता था. प्रभात ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से एमफिल और हैदराबाद यूनिवर्सिटी से पीएचडी की पढ़ाई की थी और वर्तमान में एक सरकारी इंटर कॉलेज में शिक्षक के पद पर कार्यरत था. मां ने बताया कि उसका बेटा बरेली के एक मदरसे में पाया गया जहां उसकी पहचान हामिद के रूप में सामने आई. दावा किया गया कि उसका धर्म परिवर्तन हो चुका है. जब परिवार वहां पहुंचा तो उन्हें धमकाकर भगा दिया गया. 

तीन आरोपी हुए गिरफ्तार 

बरेली पुलिस को मुखबिर के माध्यम से इस गिरोह की जानकारी मिली. इसके बाद एसपी साउथ अंशिका वर्मा की अगुवाई में एक टीम गठित की गई और छापेमारी कर तीन आरोपियों अब्दुल मजीद, सलमान आरिफ और फहीम को गिरफ्तार किया गया. इनमें से अब्दुल मजीद इस धर्मांतरण गैंग का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. आपको बता दें कि पुलिस ने इन्हें भुता क्षेत्र से दबोचा है. 

यह भी पढ़ें...

सोची-समझी साजिश के तहत किया गया धर्म परिवर्तन

पुलिस जांच में सामने आया है कि यह गिरोह सुनियोजित तरीके से कमजोर और भावनात्मक रूप से असहाय लोगों को निशाना बनाता था. खासकर वे लोग जो किसी मानसिक, पारिवारिक या सामाजिक परेशानी से गुजर रहे होते थे. पहले दोस्ती, फिर भावनात्मक जुड़ाव और अंत में शादी या निकाह के बहाने उनका धर्म परिवर्तन करवाया जाता था.

पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि गिरोह ने पहले बरेली के बृजपाल नाम के युवक को फंसाया और उसका निकाह एक मुस्लिम युवती से कराया.  इसके बाद उसकी बहन को भी बहला-फुसलाकर मुस्लिम युवक से निकाह करा दिया गया. धीरे-धीरे पूरा परिवार इस गिरोह के चंगुल में आ गया. 

अन्य राज्यों में भी फैला नेटवर्क

एसपी साउथ अंशिका वर्मा ने बताया कि यह गैंग सिर्फ बरेली तक सीमित नहीं था बल्कि इसका नेटवर्क उत्तर प्रदेश से बाहर के राज्यों में भी फैला हुआ है. जांच में यह भी सामने आया है कि गिरोह के सदस्य बाहर के राज्यों में जाकर भी इसी तरह से लोगों को बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करते हैं.

फिलहाल बरेली पुलिस तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है और पूछताछ जारी है. पुलिस का मानना है कि इस मामले में और भी लोग शामिल हो सकते हैं, जिनके नाम जल्द सामने आ सकते हैं. साथ ही, यह भी पता लगाया जा रहा है कि अब तक कितने लोगों को इस गिरोह ने अपना शिकार बनाया है.

यह भी पढ़ें: 12वीं की छात्रा ने अमित राठौर की जिंदगी हिला दी, बरेली के एसपी सिटी मानुष पारीक ने हनी ट्रैप गैंग का गजब खुलासा किया

    follow whatsapp