Ram Mandir : अयोध्या में 22 जनवरी को उतरेंगे 100 चार्टर्ड प्लेन, 8 हजार से ज्याद VVIP मेहमानों की लिस्ट
Ram Mandir Ayodhya: जैसे-जैसे 22 जनवरी पास आती जा रही है, वैसे-वैसे अयोध्या की तस्वीर भी बदलने लगी है. अयोध्या पर इस समय पूरे देश…
ADVERTISEMENT
Ram Mandir Ayodhya: जैसे-जैसे 22 जनवरी पास आती जा रही है, वैसे-वैसे अयोध्या की तस्वीर भी बदलने लगी है. अयोध्या पर इस समय पूरे देश के लोगों की ही नहीं बल्कि विदेशों में रहने वाले भारतीयों की भी निगाहें हैं. 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में विदेशों से भी कई VVIP मेहमान आने वाले हैं. बता दें कि राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह के लिए 100 चार्टर्ड फ्लाइट्स के अयोध्या एयरपोर्ट पर उतरने की उम्मीद है.
100 चार्टर्ड प्लेन और 8 हजार से ज्यादा मेहमान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कहा कि 22 जनवरी को राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह के लिए 100 चार्टर्ड फ्लाइट्स के अयोध्या एयरपोर्ट पर उतरने की उम्मीद है. बता दें कि सीएम योगी ने ये बात अयोध्या से अहमदाबाद फ्लाइट के उद्घाटन के लिए आयोजित वर्चुअल समारोह में बोली. अयोध्या में 22 जनवरी को कमर्शियल फ्लाइट्स के अलावा 100 से ज्यादा चार्टर्ड प्लेन से 8000 से ज्यादा मेहमान आएंगे. इनमें देश के अलावा विदेश से आने वाले मेहमान भी शामिल हैं.
देश-विदेश से आएंगे मेहमान
देश-विदेश से 40 से अधिक VVIP मेहमान अपने प्लेन से अयोध्या आना चाहते हैं, इसके लिए उन्होंने 21 और 22 जनवरी की अनुमति प्रशासन से मांगी है. रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में 1 लाख से ज्यादा लोगों के अयोध्या आने की उम्मीद है. अयोध्या एयरपोर्ट पर आठ शहरों से कर्मशियल और चार्टर्ड फ्लाइट्स के लैंड करने की संभावना है, इनमें लखनऊ, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, अहमदाबाद, चेन्नई शामिल हैं.
यह भी पढ़ें...
ADVERTISEMENT
हाल ही में शुरू हुआ है एयरपोर्ट
बता दें कि पीएम मोदी ने हाल ही में अयोध्या में महर्षि वाल्मिकी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे अयोध्या धाम का उद्घाटन किया है. इस एयरपोर्ट के चरण-1 को 1450 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से विकसित किया गया है. हवाई अड्डे के टर्मिनल भवन का क्षेत्रफल 6500 वर्गमीटर होगा, जो सालाना लगभग 10 लाख यात्रियों की सेवा के लिए तैयार है. गौरतलब है कि राम मंदिर की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच अगस्त 2020 में रखी थी. मंदिर के निर्माण में करीब साढ़े तीन साल लग गए. गर्भगृह में स्थापित भगवान राम की मूर्ति बनाने के लिए नेपाल से छह करोड़ वर्ष पुरानी दो शालिग्राम चट्टानों को अयोध्या भेजा गया था. उद्घाटन समारोह में 1200 से अधिक मेहमानों को आमंत्रित किया गया है.
ADVERTISEMENT