अयोध्या एयरपोर्ट से पहली बार उड़ान भरने आए इस मुस्लिम परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं, ये बोले

आशीष श्रीवास्तव

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Ayodhya Airport: अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियों के बीच अयोध्या एयरपोर्ट यात्रियों के लिए तैयार है. यात्रियों के लिए अयोध्या से भारत के दूसरे शहर या राज्य के लिए उड़ान भरने के लिए अयोध्या एयरपोर्ट से उड़ान सेवाएं शुरू हो गई हैं. रविवार को यात्री दिल्ली और कतर के लिए उड़ान भरने के लिए अयोध्या एयरपोर्ट पहुंचे. अयोध्या एयरपोर्ट से पहली बार उड़ान भरने आए एक मुस्लिम परिवार से यूपीतक ने खास बातचीत की है.

एक मुस्लिम परिवार अयोध्या से दिल्ली होते हुए कतर के लिए उड़ान भरकर बहुत खुश नजर आया. परिवार के सदस्य इम्तियाज अहमद ने बताया कि अयोध्या में एयरपोर्ट बनने से पहले वह लखनऊ या गोरखपुर के एयरपोर्ट से फ्लाइट पकड़ते थे. अब अयोध्या एयरपोर्ट हमारे घर से काफी नजदीक पड़ रहा और यहां हमें काफी सुविधा मिल रही है. इम्तियाज अहमद ने बताया कि वह और उनका परिवार अयोध्या से नहीं, बल्कि सिद्धार्थनगर से है.

परिवार की महिला सदस्य ने बताया कि उन्हें अयोध्या में एयरपोर्ट देखकर काफी अच्छा लग रहा है. यह एयरपोर्ट काफी खूबसूरत भी है.

दिल्ली से अयोध्या के लिए फ्लाइट

दिल्ली से अयोध्या के लिए इंडिगो की पहली फ्लाइट करीब 11 बजकर 55 मिनट पर दिल्ली से फ्लाइट रवाना हुई. ये विमान 1 बजकर 15 मिनट पर अयोध्या पहुंचा. दिल्ली से अयोध्या पहुंचने में एक घंटा 20 मिनट लगेगा. वापसी में अयोध्या से फ्लाइट संख्या 6E 2129 दोपहर 1.45 बजे रवाना होगी. ये नई दिल्ली दोपहर तीन बजे पहुंचेगी. इसके बाद 10 जनवरी से रोजाना फ्लाइट संख्या 6E 2128 दिल्ली से सुबह 11.55 बजे रवाना होगी. ये अयोध्या दोपहर 1.15 बजे पहुंचेगी. वहीं, फ्लाइट संख्या 6E 2129 दोपहर 1.45 बजे अयोध्या से रवाना होगी और तीन बजे दिल्ली पहुंचेगी.

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हाल ही में शुरू हुआ है एयरपोर्ट

बता दें कि पीएम मोदी ने हाल ही में अयोध्या में महर्षि वाल्मिकी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे अयोध्या धाम का उद्घाटन किया है. इस एयरपोर्ट के चरण-1 को 1450 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से विकसित किया गया है. हवाई अड्डे के टर्मिनल भवन का क्षेत्रफल 6500 वर्गमीटर होगा, जो सालाना लगभग 10 लाख यात्रियों की सेवा के लिए तैयार है. गौरतलब है कि राम मंदिर की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच अगस्त 2020 में रखी थी. मंदिर के निर्माण में करीब साढ़े तीन साल लग गए. गर्भगृह में स्थापित भगवान राम की मूर्ति बनाने के लिए नेपाल से छह करोड़ वर्ष पुरानी दो शालिग्राम चट्टानों को अयोध्या भेजा गया था. उद्घाटन समारोह में 1200 से अधिक मेहमानों को आमंत्रित किया गया है.

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