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आगरा में 2 करोड़ 30 लाख की नकली दवाइयां जब्त... छापेमारी में मिलीं इन कंपनी की मेडिसिंस

अरविंद शर्मा

उत्तर प्रदेश के आगरा में दवा बाजार पर ड्रग विभाग और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई पांचवें दिन भी जारी रही. अधिकारियों ने सील गोदामों के ताले तोड़कर छापेमारी की और बड़ी मात्रा में नकली दवाओं का जखीरा बरामद किया.

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Agra News
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उत्तर प्रदेश के आगरा में दवा बाजार पर ड्रग विभाग और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई पांचवें दिन भी जारी रही. अधिकारियों ने सील गोदामों के ताले तोड़कर छापेमारी की और बड़ी मात्रा में नकली दवाओं का जखीरा बरामद किया. इस दौरान दो करोड़ 30 लाख की दवाइयां जब्त की जा चुकी हैं. मोती कटरा में स्थित 'हे मां मेडिकल' से 15 बोरे नकली दवाइयां बरामद की गईं. फर्म के मालिक हिमांशु अग्रवाल को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.

एसटीएफ और औषधि विभाग की टीम ने 'हे मां मेडिकल' से 14 और 'बंसल मेडिकल एजेंसी' से 7 नमूने लिए हैं. गोदामों में बुखार-खांसी, एंटीबायोटिक, एंटी एलर्जी, मधुमेह और दर्द निवारक दवाओं का जखीरा मिला है. सामने आई जानकारी के मुताबिक, ये दवाएं चेन्नई से मंगवाई गईं थीं और लखनऊ की एक पार्टी के नाम से बिल बनाया गया था. इसकी छापेमारी 22 अगस्त से शुरू हुई थी. अब तक दो FIR दर्ज हो चुकी हैं और 6 लोग नामजद किए गए हैं. इस छापेमारी में Rosuvas-20, Rosuvas-40, Allegra-120 जैसी दवाओं के 46,650 पत्ते (स्ट्रिप्स) मिले हैं जिनकी कीमत करीब ₹2.13 करोड़ बताई जा रही है. सन फार्मा और सनोफी ने इन दवाओं के नकली होने की पुष्टि की है.

गिरोह का नेटवर्क

जांच में पता चला है कि नकली दवाओं का यह नेटवर्क आगरा समेत बिहार, बंगाल और अन्य राज्यों में सप्लाई कर रहा था. गिरोह के सदस्यों की जानकारी हासिल करने के लिए मोबाइल फोंस की कॉल डिटेल रिपोर्ट निकलवाई गई है और उसे पर जांच पड़ताल चल रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अभी तक 50 फोन नंबर संदिग्ध माने जा रहे हैं जिन पर जांच पड़ताल कर जानकारियां हासिल की जा रही हैं. मामले में पहले एक हिमांशु अग्रवाल नाम के एक व्यापारी को ₹1 करोड़ की रिश्वत की पेशकश करते हुए गिरफ्तार किया गया था. विजिलेंस ने उसे मेरठ कोर्ट में पेश कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है.

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जांच एजेंसियां सक्रिय

दो मंडलों के ड्रग असिस्टेंट कमिश्नर, एसटीएफ और औषधि विभाग के करीब 30 अधिकारी छापेमारी में लगे हुए हैं. एसटीएफ, पुलिस और औषधि विभाग गिरोह की बाकी कड़ियों की तलाश में जुटे हैं. अतुल उपाध्याय, असिस्टेंट ड्रग कमिश्नर आगरा मंडल ने कहा कि 'सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में सील तुड़वाकर छापामारी की कार्रवाई की जा रही है. भारी मात्रा में दवाइंयों का भंडारण किया गया है. दीपक सिंघल के नाम से लाइसेंस है. दीपक सिंघल का फोन स्विच ऑफ आ रहा है. अब तक सभी जगह से दो करोड़ 30 लाख की दवाइयां जब्त की जा चुकी है. कई करोड़ की दवाइयां होने की आशंका है.'

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