क्या टिकट कटने के बाद वरुण गांधी ने छोड़ दिया पीलीभीत का मैदान? अंदर की कहानी आई सामने
वरुण अब पीलीभीत से चुनाव लड़ेंगे या नहीं, इसे लेकर ताजा अपडेट सामने आया है. सूत्रों के मुताबिक वरुण गांधी पीलीभीत से चुनाव...
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Varun Gandhi News: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी का टिकट काट दिया है. आपको बता दें कि पार्टी ने इस बार पीलीभीत से वरुण गांधी की जगह यूपी सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद को अपना उम्मीदवार बनाया है. ऐसे में वरुण अब पीलीभीत से चुनाव लड़ेंगे या नहीं, इसे लेकर ताजा अपडेट सामने आया है. सूत्रों के मुताबिक वरुण गांधी पीलीभीत से चुनाव नहीं लड़ेंगे और अपना नामांकन दाखिल नहीं करेंगे. ऐसी चर्चा है कि अनौपचारिक बातचीत में वरुण ने अपने नजदीकी और खास लोगों से यह कहा है कि उनके साथ छल किया गया है, ऐसे में अब वह चुनाव नहीं लड़ेंगे.
आपको बता दें कि वरुण के नजदीकी कार्यकर्ताओं को पीलीभीत सांसद की तरफ से फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी गई है और एक खामोशी उनके कार्यकर्ताओं में व्याप्त है. मालूम हो कि कुछ दिन पहले वरुण गांधी ने अपने सहयोगी के जरिए 4 सेट नामांकन पत्र खरीदा था और सभी कार्यकर्ताओं को हर गांव से दो गाड़ी और 10 मोटरसाइकिल तैयार रखना को कहा था. मगर जब से जितिन प्रसाद का नाम प्रत्याशी के तौर पर तय हुआ है, उसके बाद से वरुण गांधी के कार्यकर्ता न सिर्फ खामोश हैं बल्कि उनमें कोई उत्साह और कोई सक्रियता नजर नहीं आ रही है.
27 मार्च को जितिन प्रसाद दाखिल करेंगे नामांकन
बताते चलें कि बुधवार यानी की 27 मार्च को जितिन प्रसाद बड़े ही तामझाम के साथ अपना नॉमिनेशन दाखिल करेंगे. और 27 मार्च ही नामांकन का आखिरी दिन है. ऐसे में माना जा रहा है वरुण गांधी अब नामांकन नहीं करेंगे. जितिन प्रसाद ने जब सोमवार को पहली बार प्रत्याशी घोषित होने के बाद पीलीभीत का दौरा किया तो उन्होंने सबसे पहले मीटिंग सिखों के साथ की. सरदारों के साथ अपनी मीटिंग में उन्होंने साफ कहा कि वह हर हाल में सिखों के साथ खड़े रहेंगे.
गौरतलब है कि वरुण गांधी केंद्र के तीन कृषि कानूनों के आने के बाद से ही अपनी पार्टी और सरकार के खिलाफ मुखर रहे. हालांकि, बाद में सरकार ने इन कानूनों को वापस ले लिया. इसके बाद उन्होंने रोजगार और स्वास्थ्य समेत कई मुद्दों पर भाजपा के खिलाफ आवाज उठाई. ऐसे में माना जा रहा था कि वरुण के इस रवैये की वजह से पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं देगी और ऐसा ही हुआ.
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