लगातार चुनाव हारने के सवाल पर इमरान मसूद ने की अब्राहम लिंकन से तुलना, जानें क्या बोले?
2007 के बाद से इमरान मसूद ने कई बार विधानसभा और लोकसभा चुनाव, लेकिन उन्हें कामयाबी हाथ नहीं लगी. इसी को लेकर जब उनसे सवाल किया गया तो जानिए उन्होंने कहा?
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Imran Masood News: पश्चिम उत्तर प्रदेश में जब भी मुस्लिम नेताओं का जिक्र होता है तो सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान के साथ-साथ इमरान मसूद का भी नाम लिया जाता है. अपने बयानों की वजह से चर्चा में रहने वाले इमरान मसूद का बेशक चुनावी रिकॉर्ड अच्छा न रहा हो, लेकिन बावजूद इसके वह उत्तर प्रदेश की राजनीति में अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहे हैं. इस बार इमरान मसूद इंडिया गठबंधन के बैनर तले कांग्रेस के टिकट पर सहारनपुर से चुनावी मैदान में हैं. बता दें कि 2007 के बाद से इमरान मसूद ने कई बार विधानसभा और लोकसभा चुनाव लड़े, लेकिन उन्हें कामयाबी हाथ नहीं लगी. इसी को लेकर जब उनसे सवाल किया गया तो जानिए उन्होंने कहा?
आपको बता दें कि इंडिया टुडे ग्रुप के डिजिटल चैनल 'दी लल्लनटॉप' ने इमरान मसूद से पूछा, 'आप 2014, 2017, 2019 और 2022 का चुनाव हारे हैं, क्या कोई बदनसीबी है?' इसके जवाब में उन्होंने कहा, "अब्राहम लिंकन कितने चुनाव हारे थे...लास्ट में जाकर चुनाव जीते थे. हारना और जीतना मायने नहीं रखता है. जब लड़ाई होगी तो एक हारेगा, एक जीतेगा. चार चुनाव हारकर भी मेरी प्रासंगिकता मेरी बनी हुई है. इसका मतलब सियासी तौर पर मैं जिंदा हूं, यही इम्पोर्टेन्ट है."
कौन थे अब्राहम लिंकन?
अब्राहम लिंकन अमेरिका के सोलहवें राष्ट्रपति थे. उन्हें दास प्रथा को खत्म करने और अमेरिकी गृहयुद्ध से निजात दिलाने का श्रेय जाता है. अब्राहम लिंकन का जन्म एक गरीब अश्वेत परिवार में हुआ था और उन्हें गरीबी की वजह से कई मुश्किलों को सामना करना पड़ा. वे प्रथम रिपब्लिकन थे जो अमेरिका के राष्ट्रपति बने. लिंकन दो बार सीनेट के चुनाव में असफल भी हुए और ऐसे ही कई चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. अब्राहम लिंकन 1860 में संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए थे.
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