मुरादाबाद से BJP कैंडिडेट Kunwar Sarvesh Singh का निधन, अब इस सीट पर चुनाव आयोग क्या फैसला लेगा?
71 साल के कुंवर सर्वेश सिंह की मौत दिल्ली एम्स में हुई है. अभी तक मौत का कारण सामने नहीं आया है. भाजपा प्रत्याशी के तौर पर वह मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र से खड़े हुए थे. कल ही मुरादाबाद में वोटिंग हुई थी.
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Kunwar Sarvesh Singh
Moradabad News: मुरादाबाद के भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी कुंवर सर्वेश सिंह का निधन हो गया है. कुंवर सर्वेश सिंह का निधन उस समय हुआ है, जब मुरादाबाद लोकसभा में कल यानी बीते शुक्रवार ही वोटिंग हुई थी. बता दें कि कुंवर सर्वेश सिंह की मौत की खबर ने भाजपा को झटका दिया है. कुंवर सर्वेश सिंह की दबंग पहचान थी और वह इस क्षेत्र में भाजपा के मजबूत नेता माने जाते थे.
आपको बता दें कि कुंवर सर्वेश सिंह का निधन दिल्ली एम्स में हुआ है. बताया जा रहा है कि यहां हाल ही में उनका ऑपरेशन किया गया था. कुंवर सर्वेश सिंह की उम्र 71 साल की थी. कुंवर सर्वेश सिंह की मौत के बाद अब यह सवाल उठ गया है कि अब मुरादाबाद लोकसभा सीट का क्या होगा? चुनाव आयोग इसपर क्या फैसला लेगा?
अब आगे क्या होगा?
हम आपको चुनाव आयोग का पूरा नियम प्वाइंट में समझाते हैं.
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- अगर नामांकन हो गया और वह सही भी पाया गया. मगर तभी उम्मीदवार की मौत हो गई तो नए सिरे से पार्टी को अपने नए उम्मीदवार का नामांकन दाखिल करना होगा.
- अगर मान्यता प्राप्त उम्मीदवार है और नामांकन के बाद उसकी मौत हो गई, मगर नामांकन को लेकर फैसला नहीं लिया गया, तो राजनीतिक दल के पास ये विकल्प होगा कि वह उस सीट से नया उम्मीदवार खड़ा कर सके.
- चुनाव आयोग के नियम के मुताबिक, अगर नेशनल पार्टी का उम्मीदवार, जो लोकसभा चुनाव लड़ रहा है, उसकी मौत हो जाती है तो चुनाव आयोग उस सीट पर चुनाव रद्द कर देता है और किसी दूसरी तारीख पर चुनाव करवाता है.
- चुनाव आयोग के नियम के मुताबिक, अगर वोटिंग हो जाती है और वोटिंग के बाद उम्मीदवार की मौत हो जाती है, तब चुनाव आयोग चुनाव परिणाम तक का इंतजार करता है.
- जिस उम्मीदवार की मौत हो जाती है, अगर वह चुनाव जीत जाता है तो चुनाव आयोग चुनाव को रद्द करके वहां फिर मतदान करवाता है. अगर मृतक उम्मीदवार चुनाव हार जाता है तो जिस उम्मीदवार को चुनाव में जीत मिलती है, उसे ही विजेता मान लिया जाता है.