गाजीपुर में अफजाल अंसारी के खिलाफ BJP ने पारस नाथ राय को बनाया उम्मीदवार, कौन हैं ये?
इस बार भाजपा ने गाजीपुर से पारस नाथ राय को मैदान में उतारा है. पारस नाथ राय के सामने इंडिया गठबंधन की ओर से अफजाल अंसारी मैदान में हैं.
ADVERTISEMENT
Ghazipur Loksabha Seat: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग में अब कम ही समय बचा है. पहले चरण में आठ सीटों पर मतदान होना है. इससे पहले उत्तर प्रदेश के लिए भाजपा की तीसरी लिस्ट सामने आ गई है. इस लिस्ट में यूपी के सात सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का एलान किया गया है. आपको बता दें कि इस बार भाजपा ने गाजीपुर से पारस नाथ राय को मैदान में उतारा है. पारस नाथ राय के सामने इंडिया गठबंधन की ओर से अफजाल अंसारी मैदान में हैं. गैंगस्टर बने मुख्तार अंसारी के बड़े भाई अफजाल अंसारी इस बार सपा के टिकट से चुनाव लड़ेंगे. आइए खबर में आगे जानिए कौन हैं पारस नाथ राय?
कौन हैं पारस नाथ राय?
आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने गाजीपुर लोकसभा से पारसनाथ राय के नाम पर मोहर लगाते हुए जिले के लोगों को चौंका दिया है. पारस नाथ राय, मदन मोहन मालवीय इंटर कॉलेज के प्रबंध संचालक हैं और जम्मू कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा के करीबियों में से एक गिने जाते हैं. पारस नाथ राय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े हुए हैं और कभी भी कोई चुनाव नहीं लड़े हैं. पारस नाथ राय, गाजीपुर के मनिहारी ब्लॉक के जखनियां (सुरक्षित) विधानसभा के सिखडी ग्राम सभा के निवासी हैं और शिक्षा क्षेत्र से जुड़े हुए हैं.
भाजपा की लेटेस्ट लिस्ट में किसे किसे मिला टिकट?
आपको बता दें कि पारस नाथ राय के अलावा, भाजपा ने बलिया से नीरज शेखर, मैनपुरी से जयवीर सिंह ठाकुर, कौशाम्बी से विनोद सोनकर, फूलपुर से प्रवीण पटेल, इलाहबाद से नीरज त्रिपाठी और मछलीशहर से बीपी सरोज को उम्मीदवार बनाया गया है.
यह भी पढ़ें...
ADVERTISEMENT
गाजीपुर से किस-किसका चल रहा था नाम?
सियासी गलियारों में ऐसी चर्चा थी कि गाजीपुर से फिर से मनोज सिन्हा चुनावी मैदान में उतर सकते हैं. खबर यह थी कि मनोज सिन्हा जम्मू-कश्मीर के एलजी के पद से इस्तीफा देंगे और फिर चुनाव लड़ेंगे. कहा यह भी जा रहा था कि मनोज सिन्हा गाजीपुर से अपने बेटे अभिनव सिन्हा के नाम की भी सिफारिश कर रहे था. वहीं, माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद गाजीपुर से कृष्णानंद राय की पत्नी अलका सिन्हा का भी नाम चर्चा में आया था. मगर भाजपा ने पारस नाथ राय का नाम आगे बढ़ाकर सियासी गलियारों में हलचल तेज कर दी है.
ADVERTISEMENT