‘वो प्यारे मोहन मुख्यमंत्री जी कुछ जानते …’, अखिलेश यादव ने सीएम योगी-BJP को खूब घेरा
देश में लोकसभा का चुनावी दौर चल रहा है. सात चरणों में कुल मतदान होना है, जिनमें चार चरणों का मतदान हो चुका है. पांचवे चरण का मतदान 20 मई को होने वाला है. इसे लेकर राजनीतिक दलों के बीच गहमा-गहमी चरम पर है.
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UP News: देश में लोकसभा का चुनावी दौर चल रहा है. सात चरणों में कुल मतदान होना है, जिनमें चार चरणों का मतदान हो चुका है. पांचवे चरण का मतदान 20 मई को होने वाला है. इसे लेकर राजनीतिक दलों के बीच गहमा-गहमी चरम पर है. इसी दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी पर हमला बोला है.
अखिलेश का दावा 'बीजेपी चुनाव हार गई है'
दरअसल, बलरामपुर के छोटा परेड ग्राउंड में श्रावस्ती लोकसभा सीट से सपा प्रत्याशी के समर्थन में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव एक चुनावी जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे. इस दौरान अखिलेश यादव ने दावा करते हुए कहा कि 'बीजेपी चुनाव हार नहीं रही बल्कि चुनाव हार गई है.' अखिलेश ने आगे कहा कि 'उनकी भाषा और उनके भाषण से पूरे देश की जनता जान गई है, की उनका काउंटडाउन शुरू हो गया है. जिस ऊंचाई पर जाना था वह जा चुके हैं. अब ऊपर से लुढ़कना शुरू कर दिया है. वह खुद स्वीकार कर रहे हैं कि 400 पार मतलब 543 सीटों में 400 के बाद जितनी सीटे हैं उतनी ही सीटें जीतेंगे. वो खुद स्वीकार कर रहे हैं कि 143 से ज्यादा वह नहीं जीत पा रहे हैं. इस बार 140 सीटों के लिए भी तरस जाएंगे.'
सीएम योगी को लेकर कही ये बात
अखिलेश यादव ने सरकार को घेरते हुए कहा कि '90% नौजवान बेरोजगार हैं. यहां हर परीक्षा का पेपर लीक हो गया. पुलिस भर्ती का पेपर सरकार ने जानबूझ कर लीक कराया है.' अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला बोलते हुए कहा कि वो प्यारे मोहन मुख्यमंत्री जी कुछ जानते नहीं हैं. शहंशाह जाने वाले हैं, शहंशाह को हटाने वाली जनता है. जो हमारे साथ थे, उन सबको कुछ ना कुछ लालच देकर अपने पाले में ले लिया. अगर हमारा भानुमति का कुनबा है. तो आप भानुमति का कुनबा जोड़ रहे हैं. साथ ही अखिलेश ने कहा कि ये पहला ऐसा राजनीतिक दल है जो नकारात्मक राजनीति करते-करते अपनी ही नैरेटिव में उलझ गया है.'
अखिलेश यादव ने बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि 'याद रखें बीजेपी के लोग जो गड्ढा दूसरों के लिए खोदते हैं, वो एक दिन खुद उस गड्ढे में गिरते हैं.' विपक्ष से प्रधानमंत्री के चेहरे पर बात करते हुए अखिलेश ने कहा कि हमारे पास इतने चेहरे हैं कि हम उन चेहरे में से एक चेहरा तय कर लेंगे. अखिलेश यादव ने नोटबंदी और बैंकों के निजीकरण के मुद्दे पर हमला बोलते हुए कहा कि क्या इनका क्या भरोसा ये फिर से नोटबन्दी कर दें, बैंके डूबा दें ,पुलिस की नौकरी भी तीन साल कर दें.
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