यूपी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस AI की पढ़ाई कर लाखों का पैकेज पाना चाहते हैं तो ये हैं ऑप्शन
उत्तर प्रदेश अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) शिक्षा का उभरता हब बनता जा रहा है. ITMI और गलगोटिया यूनिवर्सिटी ने मीडिया पेशेवरों के लिए आधुनिक AI कोर्स लॉन्च किए हैं. इसके अलावा, लखनऊ यूनिवर्सिटी और उन्नाव की नई AI यूनिवर्सिटी सहित कई संस्थानों में AI, मशीन लर्निंग और डेटा एनालिटिक्स जैसे फ्यूचर-रेडी प्रोग्राम शुरू हो चुके हैं.
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AI courses in Uttar Pradesh: आज के डिजिटल युग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सिर्फ एक तकनीक नहीं, बल्कि करियर का सुनहरा भविष्य बन चुका है. हेल्थकेयर से लेकर एंटरटेनमेंट तक, शिक्षा से लेकर सुरक्षा तक, आज के समय में हर सेक्टर में AI की मांग तेजी से बढ़ रही है. कंपनियां ऐसे प्रोफेशनल्स को खोज रही हैं जो डेटा को समझ सकें, ऑटोमेशन को लागू कर सकें और टेक्नोलॉजी के ज़रिये बिजनेस को आगे बढ़ा सकें.
आजकल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की बढ़ती मांग का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कंपनियां योग्य प्रोफेशनल्स को आकर्षित करने के लिए करोड़ों रुपये तक के शानदार सैलरी पैकेज ऑफर कर रही हैं. एक रिपोर्ट बताती है कि Meta के सीईओ मार्क जुकरबर्ग खुद एक टॉप-टीयर AI टीम बनाने में लगे हुए हैं. जुकरबर्ग खुद डायरेक्ट मैसेज भेजकर दुनिया भर में सर्वश्रेष्ठ AI रिसर्चर्स, डेवलपर्स और उद्यमियों को अपने साथ जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसा बताया जा रहा है कि वे इन टैलेंट्स को 100 मिलियन रुपये (लगभग 860 करोड़ रुपये) का एक पैकेज दे रहे हैं.
ऐसे में अगर आप उत्तर प्रदेश के में पढ़ने का सोच रहे हैं या यहीं से प्रोफेशनल करियर बनाना चाहते हैं तो आपके लिए एक बेहद ख़ास खबर सामने आई है. आपको बता दें कि यूपी अब खुद AI शिक्षा का नया हब बन रहा है, जहां प्राइवेट और सरकारी दोनों स्तरों पर वर्ल्ड क्लास कोर्सेज और संस्थान शुरू हो चुके हैं. चाहे आप जर्नलिज़्म, इंजीनियरिंग, या मैनेजमेंट फील्ड से हों, AI में स्पेशलाइजेशन आपके करियर को नई ऊंचाई दे सकता है.
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ITMI और गलगोटिया यूनिवर्सिटी ने लॉन्च किए ये कोर्स
इंडिया टुडे मीडिया इंस्टिट्यूट (ITMI) और गलगोटिया यूनिवर्सिटी ने साथ मिलकर मीडिया और डिजिटल कम्युनिकेशन के क्षेत्र में दो नए इनोवेटिव कोर्सेज की शुरुआत की है, जिनका नाम ‘AI इन द न्यूजरूम’ और ‘इंटीग्रेटेड मार्केटिंग कम्युनिकेशन (IMC)’ है. ये प्रोग्राम्स खासतौर पर उन छात्रों और मीडिया प्रोफेशनल्स के लिए डिजाइन किए गए हैं जो डिजिटल युग में नई तकनीकों को अपनाकर अपने करियर को गति देना चाहते हैं.
‘AI इन द न्यूजरूम’ एक शॉर्ट-टर्म सर्टिफिकेट कोर्स है जो पत्रकारिता और मीडिया से जुड़े पेशेवरों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रभाव और उपयोग के बारे में व्यावहारिक ज्ञान देता है. यह कोर्स रिपोर्टर्स, एडिटर्स, कंटेंट क्रिएटर्स, रिसर्चर्स और मीडिया टेक्नोलॉजी डेवेलपर्स के लिए विशेष रूप से उपयुक्त है. कोर्स की शुरुआत AI के फाउंडेशनल कॉन्सेप्ट्स जैसे मशीन लर्निंग, नैचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग और कंप्यूटर विजन से होती है, और फिर इसे मीडिया के परिप्रेक्ष्य में लागू करने पर जोर दिया जाता है. बता दें कि इसमें ऑटोमेटेड वीडियो एडिटिंग, पर्सनलाइज्ड कंटेंट रिकमेंडेशन और डीपफेक की पहचान जैसे रियल-लाइफ एप्लिकेशन्स शामिल हैं.
साथ ही, कोर्स के दौरान AI से जुड़े नैतिक पहलुओं और इसके लॉन्ग टर्म प्रभावों पर भी चर्चा की जाती है, जिससे प्रतिभागी न केवल तकनीकी रूप से दक्ष बनें, बल्कि जिम्मेदार डिजिटल प्रोफेशनल भी बन सकें. यह कोर्स न सिर्फ वर्कफ़्लो को ऑप्टिमाइज करने में मदद करेगा, बल्कि कंटेंट रणनीति में भी नई सोच लाएगा.
बता दें कि इस कोर्स में प्रवेश के लिए अंडरग्रेजुएट या ग्रेजुएट होना जरूरी है. खास तौर से पत्रकारिता या मीडिया बैकग्राउंड वाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाती है. इसके अलावा वर्किंग मीडिया प्रोफेशनल्स भी इस कोर्स के लिए पात्र हैं. कोर्स में एडमिशन तीन चरणों में होता है, सबसे पहले रजिस्ट्रेशन, फिर इंटरव्यू, और लास्ट में कोर्स की शुरुआत. इस कोर्स को पूरा करने पर प्रतिभागियों को ITMI और गलगोटिया यूनिवर्सिटी द्वारा संयुक्त सर्टिफिकेट दिया जाएगा.
उन्नाव में बनी देश की पहली AI-अगमेंटेड प्राइवेट यूनिवर्सिटी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में उन्नाव में देश की पहली निजी AI-अगमेंटेड मल्टीडिसिप्लिनरी यूनिवर्सिटी का उद्घाटन किया, जिसे चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने स्थापित किया है. यह यूनिवर्सिटी राज्य में तकनीकी कौशल और AI आधारित शिक्षा को बढ़ावा देगी. सरकार की AI प्रज्ञा योजना के तहत 10 लाख लोगों को AI, डेटा एनालिटिक्स, मशीन लर्निंग और साइबर सुरक्षा में प्रशिक्षित किया जाएगा. बता दें कि इस प्रशिक्षण में माइक्रोसॉफ़्ट, इटेल, और गूगल जैसी कंपनियां सहयोग कर रही हैं. इसका लक्ष्य हर महीने 1.5 लाख लोगों को ट्रेनिंग देना है, जिससे शिक्षा, कृषि, सुरक्षा और प्रशासन जैसे क्षेत्रों में AI का व्यापक उपयोग हो सके.
लखनऊ यूनिवर्सिटी में शुरू हुआ बी.टेक इन AI प्रोग्राम
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित लखनऊ यूनिवर्सिटी ने तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए बी.टेक इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोग्राम की शुरुआत की है. यह चार साल का फुल-टाइम ऑन-कैंपस डिग्री प्रोग्राम है, जिसकी पहले साल की फीस Rs.1,26,210 तय की गई है. कोर्स का मुख्य फोकस मशीन लर्निंग, डेटा साइंस और इंटेलिजेंट सिस्टम्स जैसे आधुनिक और व्यावसायिक रूप से महत्वपूर्ण विषयों पर है. इस डिग्री के माध्यम से छात्र उन स्किल्स से लैस होंगे, जिनकी मांग आज की डिजिटल और AI-चालित दुनिया में लगातार बढ़ रही है. कोर्स पूरी तरह से इंडस्ट्री-रेडी है, और इसके बाद छात्रों के लिए उच्च वेतन वाली नौकरियों और करियर की शानदार संभावनाएं मौजूद हैं.
देश भर में इन संस्थानों में है बेहतरीन AI कोर्स
यूपी के अलावा भारत में ऐसे कई संस्थान और हैं जो AI में बेहतरीन कोर्स और रिसर्च सुविधाएं दें रहे हैं. आपको बता दें कि आईआईटी बॉम्बे में टॉप क्वालिटी वाले AI कोर्सेस के साथ एक डेडिकेटेड रिसर्च लैब भी मौजूद है, जहां छात्र मशीन लर्निंग और एआई पर इन डेप्थ स्टडी कर सकते हैं. वहीं, आईआईटी दिल्ली अत्याधुनिक तकनीकों पर आधारित एआई ट्रेनिंग के लिए जाना जाता है, जहां एक्सपीरियंस्ड एक्सपर्ट्स छात्रों को लेटेस्ट टूल्स से ट्रैन करते हैं. इसके अलावा आईआईआईटी हैदराबाद को एआई और मशीन लर्निंग के सर्वश्रेष्ठ प्रोग्राम्स के लिए देशभर में उच्च प्रतिष्ठा प्राप्त है. यहां आधुनिक रिसर्च लैब्स और लेटेस्ट तकनीकों की मदद से छात्रों को प्रैक्टिकल अनुभव दिया जाता है. इसके अलावा, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी कम खर्च में क्वालिटी एआई प्रोग्राम उपलब्ध कराती है, साथ ही यहां छात्रों को वर्कशॉप्स और प्रोजेक्ट्स के माध्यम से इनोवेशन के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. इन सभी संस्थानों की मदद से छात्र न केवल एआई में विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं, बल्कि भविष्य के तकनीकी नेतृत्व के लिए खुद को तैयार भी कर सकते हैं.
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