UPSC Success Stories: कम उम्र में दूसरे ही प्रयास में यूपी की अंशिका वर्मा कैसे बनीं IPS अफसर...पूरी कहानी जानिए
बिना कोचिंग UPSC क्लियर कर IPS बनीं अंशिका वर्मा अब बरेली दक्षिण की SP हैं. प्रयागराज में जन्मी अंशिका की कहानी मेहनत, आत्मविश्वास और लगन की मिसाल है, जो देशभर के युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी है.
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अंशिका वर्मा का जन्म 3 जनवरी 1996 को प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में हुआ था. उनके पिता अनिल वर्मा यूपी विद्युत निगम में सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं और मां गृहिणी हैं. बचपन से ही उनमें विश्लेषण और समस्या सुलझाने की गहरी क्षमता थी.

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अंशिका ने नोएडा से स्कूलिंग की और 2018 में गलगोटिया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में बी.टेक किया. इंजीनियरिंग के बावजूद, उनका रुझान समाज सेवा की ओर था.

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इसके बाद उन्होंने 2018 में UPSC की तैयारी शुरू की. पहले प्रयास में असफलता के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और बिना किसी कोचिंग के सेल्फ-स्टडी के जरिए तैयारी जारी रखी.

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2020 में अपने दूसरे प्रयास में उन्होंने UPSC सिविल सेवा परीक्षा पास की और ऑल इंडिया रैंक 136 हासिल की, जिससे उन्हें IPS सेवा मिली.

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2021 में IPS बनने के बाद उन्हें यूपी कैडर मिला. अंशिका की पहली पोस्टिंग आगरा के फतेहपुर सीकरी थाने में SHO के रूप में हुई. इसके बाद में उन्हें 18 दिसंबर 2023 को गोरखपुर में ASP नियुक्त किया गया.

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बता दें कि ASP के तौर पर उन्होंने फर्जी स्टाम्प नेटवर्क और मनी म्यूल जैसे मामलों में महत्वपूर्ण कार्रवाई की. उनकी कुशल जांच और न्याय के प्रति निष्ठा के लिए उन्हें स्वतंत्रता दिवस पर DGP कमेंडेशन डिस्क (सिल्वर) से सम्मानित किया गया.

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गोरखपुर में बेहतरीन काम के चलते उन्हें हाल ही में बरेली दक्षिण में पुलिस अधीक्षक (SP) के पद पर पदोन्नत किया गया. यह पदोन्नति उनकी नेतृत्व क्षमता और जांच में दक्षता का प्रमाण है.

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अंशिका वर्मा को अब UPSC अभ्यर्थियों के लिए एक रोल मॉडल माना जाता है. कोचिंग के बिना सफलता पाने वाली वह उन युवाओं के लिए प्रेरणा हैं जो संसाधनों की कमी से जूझ रहे हैं. इंस्टाग्राम और ट्विटर पर वह अपने अनुभव साझा कर हज़ारों को प्रेरित कर रही हैं.