12वीं के बाद ये हैं मेडिकल के 7 टॉप कोर्स जिनसे बूम कर जायेगा आपका कैरियर
कक्षा 12 के बाद PCB स्टूडेंट्स के लिए मेडिकल क्षेत्र में कई करियर विकल्प मौजूद हैं. MBBS के अलावा BDS, नर्सिंग, AYUSH, फार्मेसी, फिजियोथेरेपी और अलाइड हेल्थ साइंसेज जैसे कोर्स भी लोकप्रिय और प्रासंगिक हैं. सही करियर चयन के लिए रुचि, क्षमता और स्वास्थ्य क्षेत्र की जरूरतों को ध्यान में रखना जरूरी है.
ADVERTISEMENT

1/11
कक्षा 12 में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी (PCB) पढ़ने वाले छात्रों के लिए मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाना एक सुनहरा अवसर होता है. अधिकतर छात्र MBBS को ही अपना लक्ष्य मानते हैं, लेकिन आज के समय में हेल्थकेयर एक विस्तृत क्षेत्र बन चुका है, जहां कई तरह के कोर्स और करियर विकल्प मौजूद हैं.

2/11
MBBS मेडिकल क्षेत्र में सबसे लोकप्रिय और प्रतिष्ठित कोर्स है. यह 5.5 साल का कोर्स होता है जिसमें एक साल की इंटर्नशिप शामिल होती है. इसमें NEET-UG के जरिए एडमिशन होता है. MBBS करने के बाद छात्र जनरल फिजिशियन, स्पेशलिस्ट, रिसर्चर या हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन जैसे क्षेत्रों में जा सकते हैं.

3/11
BDS (बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी) एक उभरता हुआ क्षेत्र है. BDS करने के बाद आप दांतों से जुड़ी बीमारियों का इलाज कर सकते हैं, और कॉस्मेटिक डेंटिस्ट्री जैसी विशेषताओं में भी करियर बना सकते हैं. यह एक विशेषज्ञ और डिमांड वाला प्रोफेशन बनता जा रहा है.

4/11
B.Sc नर्सिंग को स्वास्थ्य सेवा की रीढ़ माना जाता है. यह कोर्स अस्पतालों, सरकारी सेवाओं, कम्युनिटी हेल्थ और अंतरराष्ट्रीय अवसरों के लिए रास्ता खोलता है. विदेशों में भी प्रशिक्षित नर्सों की भारी मांग है.

5/11
अगर आपकी रुचि आयुर्वेद या होम्योपैथी जैसे पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में है तो BAMS (आयुर्वेद) और BHMS (होम्योपैथी) उपयुक्त विकल्प हो सकते हैं. इन कोर्सेज के बाद आप वेलनेस सेंटर, क्लीनिक, या रिसर्च क्षेत्र में कार्य कर सकते हैं.

6/11
दवाओं के निर्माण और उनके प्रभाव को समझने के लिए B.Pharm एक बढ़िया विकल्प है. इस कोर्स के बाद छात्र फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री, रिसर्च, क्लीनिकल ट्रायल्स और सरकारी एजेंसियों में काम कर सकते हैं.

7/11
BPT (बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी) भी एक बढियां विकल्प है. फिजियोथेरेपिस्ट मरीजों को चोटों से उबरने और शारीरिक गतिविधि दोबारा पाने में मदद करते हैं. स्पोर्ट्स मेडिसिन और लाइफस्टाइल डिज़ीज के बढ़ते मामलों से इस क्षेत्र की मांग तेजी से बढ़ रही है.

8/11
अलाइड हेल्थ साइंसेज (सहायक स्वास्थ्य विज्ञान) में ऑक्यूपेशनल थेरेपी, ऑप्टोमेट्री, मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी जैसे कोर्स आते हैं. ये प्रोफेशन डायग्नोसिस, ट्रीटमेंट और रिकवरी में अहम भूमिका निभाते हैं, और अब इन्हें भारत और विदेशों में गंभीरता से लिया जा रहा है.

9/11
हालांकि MBBS को सबसे सम्मानजनक माना जाता है, लेकिन आज का हेल्थकेयर सिस्टम नर्स, फार्मासिस्ट, फिजियोथेरेपिस्ट और अन्य विशेषज्ञों के योगदान से ही चलता है. हर भूमिका जरूरी है और एक-दूसरे की पूरक भी.

10/11
करियर चुनते समय केवल सामाजिक प्रतिष्ठा नहीं, बल्कि अपनी रुचि, क्षमता और समाज की जरूरतों को ध्यान में रखना जरूरी है. जुनून और स्किल से किया गया चुनाव ही सबसे बेहतर होता है.

11/11
माता-पिता और शिक्षकों की ज़िम्मेदारी है कि वे बच्चों को केवल "डॉक्टर" बनने की राह में न धकेलें, बल्कि उन्हें हेल्थकेयर क्षेत्र के अन्य अवसरों को भी एक्सप्लोर करने दें. आने वाले वर्षों में देश को सिर्फ डॉक्टर ही नहीं, बल्कि मजबूत हेल्थकेयर वर्कफोर्स की भी ज़रूरत है.