प्रधानी के चुनाव में पाला बदलने वाले थे बागपत के ऋषिपाल, गोली से छेद दिया गया इनका शरीर
पंचायत चुनाव अभी दूर हैं. लेकिन बागपत में प्रधानी की रंजिश ने अभी से खून की इबारत लिख दी है. कुर्सी की जंग में एक बुज़ुर्ग की जान ले ली गई. वो सिर्फ इसलिए क्योंकि उसने समर्थन बदलने की हिम्मत कर ली थी.
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Photo: Rishipal
UP News: बागपत के बिहारीपुर गांव में 13 दिसंबर की सुबह जब लोग पूरी तरह से जाग नहीं पाए थे तब गांव के बुजुर्ग ऋषिपाल की दो बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी. वह रोज की तरह अपनी दुकान खोल रहे थे, उसी वक्त ये वारदात घटी. चश्मदीदों ने दो लोगों को गोली चलाते हुए देखा, लेकिन वे उनका चेहरा नहीं देख पाए. अब सवाल यह उठता है कि आखिर बुजुर्ग ऋषिपाल की हत्या क्यों की गई? तो बता दें कि इस हत्या का लिंक यूपी में होने वाला पंचायत चुनाव से मिला है.









