कानपुर: ‘एके-47’ भतीजी सिपाही चाचा के साथ मिलकर करती थी ‘हनी ट्रैप’, जानें पूरा मामला

रंजय सिंह

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देश में हनी ट्रैप के कई मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन कानपुर में एक बर्खास्त सिपाही और उसकी ‘एके-47’ वाली भतीजी का गैंग हनी ट्रैप में लोगों को फंसाता था. बता दें कि सोशल मीडिया पर एके-47 के साथ फोटो खिंचवाने वाली यह लड़की ‘एके-47’ भतीजी के नाम से चर्चित है.

कानपुर के बिल्डर व्यापारी को भी इस भतीजी ने अपने जाल में फंसाया था, लेकिन जेल से छूटने के बाद इस व्यापारी ने इसके पूरे रैकेट का खुलासा किया तो पुलिस ने बर्खास्त सिपाही और उसकी भतीजी वाले गैंग पर एफआईआर दर्ज करके कार्रवाई शुरू की.

भतीजी ने अपने बर्खास्त सिपाही चाचा रविंद्र सिंह राजपूत के साथ मिलकर कानपुर के व्यापारी हरिश्चंद्र पांडे को अपने जाल में फंसाया था. रविंद्र सिपाही होते हुए भी राखी मौरंग का काम करता था. व्यापारी हरिश्चंद्र का भी कल्याणपुर में राखी मौरंग का थोक कारोबार है. इसी चक्कर में उसकी हरिश्चंद्र से दोस्ती हुई थी. इस दोस्ती में ही उसने पहले हरिश्चंद्र से ढाई लाख रुपया मौरंग के लिए एडवांस में लिया फिर हरिश्चंद्र ने पैसा मांगा तो उसने अपनी भतीजी को सामने करके हरिश्चंद्र को हनीट्रैप के जाल में फंसा दिया.

व्यापारी हरिश्चंद्र के मुताबिक, लड़की ने उसे कई बिल्डरों को मौरंग सप्लाई का ऑर्डर दिलवाने के नाम पर एक होटल में बुलाया था.

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व्यापारी ने बताया कि वहां उसकी (लड़की) की हरकतें देखकर रिसेप्शसन के पास से ही बाहर निकलकर भाग आया. इसके बाद लड़की ने मेरे ऊपर आरोप लगाया कि तुमने मेरे साथ गलत किया है और फिर उसके सिपाही चाचा रविंद्र ने भतीजी के द्वारा कल्याणपुर थाने में मेरे ऊपर रेप की एफआईआर दर्ज करा दी. उसके बाद पुलिस ने व्यापारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.

आरोप है कि इसके बाद लड़की और सिपाही चाचा रविंद्र ने व्यापारी की पत्नी से समझौते के नाम पर 50 लाख रुपये की डिमांड की. तीन महीने बाद जब व्यापारी छूट के बाहर आया तो उन्होंने भतीजी-चाचा का पूरा रिकॉर्ड खोजना शुरू किया. तब व्यापारी को पता चला कि भतीजी-चाचा ने कई जगह हैनी ट्रैप में लोगों को फंसाया है और रेप जैसी धाराओं में केस भी दर्ज कराया है.

इस पूरे मामले को लेकर एसीपी कल्याणपुर विशाल पांडेय ने बताया कि कल्याणपुर थाने के रहने वाले एक व्यापारी ने सिपाही और उसकी भतीजी के गैंग के खिलाफ केस दर्ज कराया था.

उन्होंने बताया कि मामले में जांच के बाद सिपाही को पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है और मामले में चार्जशीट कोर्ट में लगा दी गई है.

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