मेडिकल कॉलेज की कॉपियां बदलने का मामला: ED ने डेविड डेनिस समेत 3 को किया अरेस्ट
UP News: कानपुर के छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के कुलपति रहे विनय पाठक पर लखनऊ में कमीशन के लिए बंधक बनाकर वसूली का मुकदमा दर्ज…
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UP News: कानपुर के छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के कुलपति रहे विनय पाठक पर लखनऊ में कमीशन के लिए बंधक बनाकर वसूली का मुकदमा दर्ज कराने वाले डेविड डेनिस को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया है. ED ने डेविड डेनिस के साथ आगरा विश्वविद्यालय के छात्र नेता राहुल पाराशर और डेविड डेनिस की कंपनी के ड्राइवर देवेंद्र सिंह को आगरा विश्वविद्यालय में एमबीबीएस और बीएएमएस की परीक्षा में कॉपी बदलने के मामले में लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया है.
दरअसल, आगरा विश्वविद्यालय में एमबीबीएस और बीएमएस की पढ़ाई कर रहे लगभग 5000 छात्रों की परीक्षा कॉपी बदलने की शिकायत आगरा विश्वविद्यालय के कुलपति विनय पाठक को मिली थी. शिकायत मिली कि जिस गाड़ी से कॉपियां परीक्षा कराने वाली संस्था तक भेजी जाती हैं, वह गाड़ी एक टेंपो है. और उस टेंपो को रास्ते में किसी अन्य जगहों पर जाकर मनमानी ढंग से कॉपियां बदल दी जाती हैं.
विनय पाठक ने इस मामले की जांच गणित के विभाग अध्यक्ष को सौंपी. इसमें पता चला कि एमबीबीएस और बीएएमएस के छात्रों की कॉपियां किसी सुरक्षित वाहन के बजाए एक टेंपो से ले जाई जाती हैं और यह टेंपो छलेसर स्थित कार्यवाही संस्था के कार्यालय पर जाने के बजाय रास्ते में पढ़ने वाली एक गली में रोक दिया जाता है और जहां कॉपियां बदली जाती हैं. इस मामले पर विनय पाठक के आदेश पर 27 अगस्त 2022 को आगरा के हरी पर्वत थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई.
आगरा पुलिस ने इस मामले में जांच की तो पता चला कि परीक्षा कराने वाली एजेंसी डिजिटेक्स टेक्नोलॉजी डेविड मारियो डेनिस की थी और इसी एजेंसी का टेंपो चालक देवेंद्र सिंह परीक्षा केंद्र से कॉपीयां इकट्ठी कर एजेंसी के दफ्तर तक ले जाता था. लेकिन एजेंसी पर पहुंचने से पहले देवेंद्र टेंपो को छात्र नेता राहुल पाराशर के बताए ठिकाने पर ले जाता जहां कॉपी में हेरा फेरी की जाती थी. आगरा पुलिस ने इस मामले में जांच के बाद राहुल पाराशर समेत 9 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. जांच में पता चला की परीक्षा करने वाली Digitex टेक्नोलॉजी के संचालक, कर्मचारी और छात्र नेता राहुल पाराशर के साथ मिलकर कॉपियां बदलते थे.
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इस मामले में ED ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर 3 महीने पहले जांच शुरू की थी. जांच के दौरान बीती 28 जून को ED ने परीक्षा कराने वाली संस्था डिजिटेक्स टेक्नोलॉजी के संचालक डेविड मारियो डेनिस के लखनऊ के जानकीपुरम स्थित आवास, प्रिंटिंग प्रेस के साथ-साथ आगरा, कानपुर, कासगंज, फिरोजाबाद, दिल्ली में छापेमारी की और कई दस्तावेजी सुबूत इकट्ठा किए. इस दौरान Ed ने डेविड मारियो को भी कई बार पूछताछ के लिए तलब किया और शुक्रवार को पूछताछ के बाद डेविड मारियो के साथ छात्र नेता राहुल पाराशर और टेंपो संचालक देवेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया.
बता दें कि बीते साल 2022 के अक्टूबर महीने में इसी डेविड मारियो डेनिस ने वीसी विनय पाठक और xlict इंटरप्राइजेज के मालिक अजय मिश्रा पर बिल पास करने, कमीशन की रकम वसूलने और बंधक बनाने को लेकर लखनऊ के इंदिरा नगर थाने में एफआईआर दर्ज करवाई थी. यूपी एसटीएफ ने इस मामले में एक्सेलआईसीटी कंपनी के मालिक अजय मिश्रा को गिरफ्तार भी किया था. डेविड मारियो डेनिस ने आरोप लगाया था कि उनकी कंपनी digitex technology ने आगरा विश्वविद्यालय में साल 2020-21 और 21-22 में प्री और पोस्ट एग्जाम के प्रिंटिंग का काम किया था जिसमें करोड़ों का बिल बकाया हो गया और इसी बिल के भुगतान के एवज में विनय पाठक ने अजय मिश्रा के जरिए कमीशन मांगा और कमीशन के लिए बंधक बनाया गया.
बता दें कि कानपुर विश्वविद्यालय के साथ-साथ आगरा विश्वविद्यालय के कुलपति के चार्ज पर रहे विनय पाठक ने इसी दौरान एमबीबीएस और बीएएमएस की कॉपी बदलने का मामला पकड़ा था. इसके बाद डेविड मारियो डेनिस की कंपनी पर एफआईआर दर्ज कर पुलिस को जांच दी गई थी और भुगतान रोका गया था. फिलहाल विनय पाठक पर कमीशन मांगने की दर्ज कराए गए केस की राज्य सरकार ने सीबीआई जांच की संस्तुति की थी जिसपर जांच जारी है.
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