चंदौली: अजब-गजब तरीके से हो रही बिहार में शराब की तस्करी, 80 लाख रुपये की अवैध शराब बरामद

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बिहार में शराबबंदी कानून लागू है, लेकिन अन्य प्रदेशों से बिहार में शराब की तस्करी का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. हालांकि, सीमावर्ती राज्यों की पुलिस इन शराब तस्करों के नेटवर्क को ध्वस्त करने में लगी हुई है. वहीं दूसरी तरफ शराब माफिया शराब की खेत को बिहार तक पहुंचाने के लिए अलग-अलग तरीके अपना रहे हैं.

पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए कभी ट्रक में दवाई की सप्लाई के नाम पर शराब की तस्करी की जा रही है, तो कभी सेनेटरी और सिरामिक प्रोडक्ट के नाम पर शराब की खेप को बिहार में पहुंचाए जाने की कोशिश की जा रही है.

उधर बिहार सीमा पर स्थित उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले (Chandauli News) की पुलिस (Chandauli Police) इन दिनों शराब माफियाओं के लिए काल बनी हुई है. 48 घंटे के अंदर चंदौली पुलिस ने दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों में डेढ़ करोड़ रुपए से ज्यादा कीमत की अवैध शराब जब्त की है.

बुधवार को चंदोली कोतवाली की पुलिस ने 65 लाख कीमत की अवैध शराब की 365 पेटियां बरामद की थीं. वहीं उसके अगले दिन गुरुवार को सैयदराजा पुलिस ने जीएसटी टीम और आबकारी विभाग के साथ एक जॉइंट ऑपरेशन करते हुए अवैध अंग्रेजी शराब की साढ़े चार सौ पेटियां जब्त की हैं, जिन्हें हरियाणा से बिहार ले जाया जा रहा था.

पुलिस के अनुसार अवैध शराब की कीमत तकरीबन 80 लाख रुपए बताई जा रही है. पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए शराब की इस खेप को सिरामिक प्रोडक्ट और चावल की लाई के पीछे छुपाया गया था.

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हालांकि, पुलिस ने इस मामले में अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है, लेकिन पुलिस का दावा है कि जल्द ही इस पूरे नेटवर्क से जुड़े शराब माफियाओं को गिरफ्तार किया जाएगा और उनके खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत की कार्रवाई की जाएगी.

दरअसल, बृहस्पतिवार को बिहार बॉर्डर पर स्थित चंदौली जिले की सैयदराजा पुलिस की टीम नेशनल हाईवे-2 पर चेकिंग कर रही थी. इसी दौरान मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि राजस्थान के नंबर वाले ट्रक से अवैध शराब की खेप बिहार की तरफ ले जाई जा रही है. पुलिस ने इस ट्रक को पकड़ने के लिए नाकेबंदी कर दी. इसी दौरान पुलिस की टीम ने सड़क के किनारे खड़े राजस्थान नंबर के एक संदिग्ध ट्रक को पकड़ा.

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पुलिस की टीम जब ट्रक के पास पहुंची तो वहां पर ट्रक में कोई भी व्यक्ति मौजूद नहीं था और ना ही आसपास कोई मौजूद था. पहले तो पुलिस को लगा कि हो सकता है कि ड्राइवर और क्लीनर ट्रक को सड़क किनारे खड़ा कर कहीं खाना पीना खाने के लिए चले गए हों.

लेकिन काफी देर तक ट्रक के आसपास कोई नहीं पहुंचा तो पुलिस ट्रक को अपने साथ थाने ले आई. शक के आधार पर पुलिस ने ट्रक की तलाशी ली तो ट्रक के डैशबोर्ड से पुलिस को सिरामिक प्रोडक्ट की बिल्टी मिली.

चूंकि पुलिस को इंफॉर्मेशन मिली थी कि राजस्थान नंबर के ट्रक से शराब की तस्करी हो रही है. लिहाजा पुलिस का शक और गहरा हुआ और पुलिस ने जब इस पूरे ट्रक की तलाशी ली. ट्रक के पिछले हिस्से में सिरामिक प्रोडक्ट रखा हुआ था.

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पुलिस के जवानों ने जब सेरामिक प्रोडक्ट को ट्रक से उतारा तो उसके आगे चावल और लाई की बोरियां रखी हुई थीं. सिरामिक प्रोडक्ट और लाई की बोरियों के पीछे हरियाणा की बनी हुई अवैध अंग्रेजी शराब की 450 पेटियां छुपाई गई थीं. पुलिस के अनुसार शराब की खेप की कीमत 80 लाख रुपये बताई जा रही है.

हालांकि पुलिस को इस मामले में किसी को गिरफ्तार करने में कामयाबी नहीं मिली है. लेकिन चंदौली के पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल का दावा है कि बहुत जल्द इस पूरे नेटवर्क से जुड़े लोगों को अरेस्ट कर लिया जाएगा और उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत की कार्रवाई की जाएगी.

जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने बताया कि सैयदराजा पुलिस, जीएसटी की टीम और आबकारी विभाग की टीम के ज्वाइंट ऑपरेशन में शराब के इस ट्रक को पकड़ा गया है, जिसे हरियाणा से बिहार ले जाया जा रहा था. अवैध अंग्रेजी शराब की 450 पेटियां बरामद हुई हैं, जिनकी कीमत तकरीबन 80 लाख रुपये है. इस मामले में विधिक कार्रवाई की जा रही है.

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