रेप के आरोपी पूर्व इंस्पेक्टर से ‘दोस्ती’ की सजा, 2 सिपाही को 7 दिनों तक लगानी होगी दौड़
देख रहे हैं… ये दोनों वही सिपाही हैं जिन्होंने रेप के आरोपी पूर्व इंस्पेक्टर दिनेश त्रिपाठी की खूब खातिरदारी की थी… लेकिन अब बेचारे मुंह…
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देख रहे हैं… ये दोनों वही सिपाही हैं जिन्होंने रेप के आरोपी पूर्व इंस्पेक्टर दिनेश त्रिपाठी की खूब खातिरदारी की थी… लेकिन अब बेचारे मुंह…
देख रहे हैं… ये दोनों वही सिपाही हैं जिन्होंने रेप के आरोपी पूर्व इंस्पेक्टर दिनेश त्रिपाठी की खूब खातिरदारी की थी… लेकिन अब बेचारे मुंह छुपाये घूम रहे हैं…. कैमरा देखते ही भागे चले जा रहे हैं…ये मामला है कानपूर का, जहाँ के पूर्व इंस्पेक्टर दिनेश त्रिपाठी पर एक 13 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगा था। बताया जा रहा था कि जब दिनेश त्रिपाठी अरेस्ट हुए थे तो इन्ही दो सिपाहियों ने उनकी काफी खातिरदारी की और उन्हें हर तरह की सहूलियत मुहैया करवाया।
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इस मामले को लेकर जब बवाल मचा तो पुलिस कमिश्नर ने मामले की जांच एडीसीपी को सौंप दी… जांच के बाद दोनों आरोपी सिपाही दोषी पाए गए जिसके बाद कमिश्नर साहब ने इन्हें परेड दलेल यानी सात दिनों तक दो दो घंटे दौड़ लगाने की सजा सुना दी। अब बताइए… इस उम्र में बेचारे सिपाही जी को रोज़ दो घंटे लगातार 7 दिनों तक दौड़ लगाना पड़ेगा.
बता दें कि पूर्व इंस्पेक्टर दिनेश त्रिपाठी कानपुर जिला जेल में बंद है। कानपुर देहात के एक पुराने हत्या और डकैती की वारदात में 19 अगस्त को सुनवाई के लिए उन्हें तालाब किया गया था। उस वक़्त दिनेश के साथ हेड कांस्टेबल धर्मेंद्र और कांस्टेबल प्रेम पाल एक निजी इनोवा कार से कोर्ट पहुंचे थे। जिसको लेकर बाद में काफी हंगामा मचा था।
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हंगामे के बाद कानपुर कमिश्नर अशीम अरुण ने एडीसीपी को मामले की जांच करने को कहा था। जांच के बाद दोनों आरोपी सिपाही दोषी पाए गए जिसके बाद उन्हें ये सजा सुनाई गई।
कानपुर से रंजय सिंह की रिपोर्ट, यूपी तक.
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