Kanpur Tak: कानपुर पुलिस पर लगा थाने में युवक की हत्या का आरोप, जानें पूरा मामला
उत्तर प्रदेश में पुलिस जितनी अपनी सख्त कार्रवाई को लेकर वाहवाही करती है, उतनी ही उसकी कार्रवाई सवालों के घेरे में भी रहती है. ताजा…
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उत्तर प्रदेश में पुलिस जितनी अपनी सख्त कार्रवाई को लेकर वाहवाही करती है, उतनी ही उसकी कार्रवाई सवालों के घेरे में भी रहती है. ताजा…
उत्तर प्रदेश में पुलिस जितनी अपनी सख्त कार्रवाई को लेकर वाहवाही करती है, उतनी ही उसकी कार्रवाई सवालों के घेरे में भी रहती है. ताजा मामला कानपुर के विधनु थाने से सामने आया है, यहां रमईपुर के रहने वाले दलित राजेंद्र की शनिवार की रात को अपने भाई बबलू से लड़ाई हुई थी, जिसमें बबलू की पत्नी ने फोन करके पुलिस को बुलाया था. पुलिस राजेंद्र को पकड़ कर ले गई थी.
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अब परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने राजेंद्र को जमकर मारा, जिससे उसकी तबीयत खराब हुई थाने में तो उसे कुछ दवाई भी खिलाई फिर उसकी तबीयत और खराब हो गई और उसको हैलट हॉस्पिटल ले गए. जहां उसकी मौत हो गई.
परिजनों का आरोप है कि राजेंद्र को उसके भाई ने मारा-पीटा नहीं था, इस बात को लेकर राजेन्द्र के परिजनों ने थाने में जमकर हंगामा भी किया. लेकिन इस मामले में मोड़ तब आ गया जब कानपुर आउटर की पुलिस ने दावा कर दिया कि मृतक राजेंद्र की पत्नी सुनीता कठेरिया ने अपने देवर बबलू पर पति के साथ मारपीट करने की एफआईआरदर्ज कराई थी. उसके अनुसार बबलू की पिटाई से ही पति की मौत हुई.
पुलिस के इस दावे के बाद परिजन फिर सामने आए. उन्होंने पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाते हुए हंगामा किया. मृतक की बेटी और पत्नी दोनों ने कहा कि बबलू ने मारा नहीं था, पुलिस ने उसको मारा था. पुलिस थाने में उसको दवाई भी खिलाई थी. हमने कोई एफआईआर नहीं दर्ज कराई है. आरोप है कि पुलिस ने अपनी तरफ से लिखकर मृतक की पत्नी से अंगूठा लगवा लिया था.
इस मामले को लेकर पुलिस खुद सवालों के घेरे में आ गई. इसके बाद पुलिस ने बॉडी का पोस्टमार्टम कराया जिसमें मृत्यु का कारण कोई स्पष्ट नहीं आया तो विसरा सुरक्षित कर लिया. पुलिस ने भारी फोर्स के दबाव में बॉडी का संस्कार भी करा दिया.
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अब मृतक के परिजन पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाकर हंगामा कर रहे हैं, लेकिन पुलिस के कोई अधिकारी यह सफाई देने सामने नहीं आ रहे हैं कि आखिर राजेंद्र की मौत हुई कैसे जब पुलिस उसको घर से सही सलामत नशे में ले गई थी? अगर पत्नी कह रही है कि पुलिस ने मारा-पीटा, देवर ने मारा-पीटा ही नहीं तो पुलिस ने मृतक की पत्नी के एफआईआर कैसे लिखी? क्योंकि पत्नी तो मना कर रही थी कि एप्लीकेशन भी किसी शेखर नाम के आदमी ने लिखी थी उसने केवल मृतक की पत्नी सुनीता का अंगूठा लगा है, जिस पर परिजनों का आरोप है पुलिस ने अपनी तरफ से एप्लीकेशन लिखवा कर पत्नी से अंगूठा लगवाया था.
मृतक का भाई बबलू अभी तक फरार है. इस मामले में पुलिस अधिकारियों की बंद जुबान भी कई सवाल खड़े कर रही है. एसपी आउटर तेज बहादुर सिंह ने बताया कि विभिन्न इलाके में दो भाइयों की लड़ाई हुई थी. इसमें मृतक की पत्नी की शिकायत की तरफ से एफआईआर लिखी गई थी कि उसके भाई ने उसको मारा-पीटा, जिससे उसकी मौत हुई. इसमें पुलिस की पिटाई की बात गलत है यह मीडिया में गलत ढंग से प्रसारित किया जा रहा है.
इस मामले को विस्तार से जानने के लिए खबर की शुरुआत में शेयर किए गए Kanpur Tak के वीडियो पर क्लिक कर देखें.
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