BJP सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने महिला पहलवान साक्षी मलिक को लेकर दिया ये बड़ा बयान
BrijBhushan on Sakshi Malik : साक्षी मलिक को लेकर बड़ी बात कह गए सांसद, इत्मीनान से बताया..
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BrijBhushan on Sakshi Malik : साक्षी मलिक को लेकर बड़ी बात कह गए सांसद, इत्मीनान से बताया..
Brij Bhushan on Sakshi Malik :
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बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट समेत कई पहलवान इन दिनों दिल्ली स्थित जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं.इन पहलवानों ने उत्तर प्रदेश के कैसरगंज से बीजेपी सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं. बीजेपी सांसद पर महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न करने का भी आरोप लगा है. महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे बृजभूषण शरण सिंह ने यूपीतक से खास बातचीत की है.
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा,
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“18 जनवरी को जब ये (पहलवान) पहली बार जंतर-मंतर पर आए थे तो इनकी मांग थी कि फेडरेशन के अध्यक्ष इस्तीफा दे दें, तो उनका धरना समाप्त हो जाएगा. फिर यह प्रकरण यौन उत्पीड़न में तब्दील हो गया. इन्हीं की मांग पर दो कमेटी बनीं. सेक्सुअल हैरेसमेंट के संबंध में दो कमेटी बनाई गईं, जिसमें खिलाड़ी शामिल थे. खिलाड़ियों के दबाव में एक ऐसा व्यक्ति जिसने खुद धरने की परमिशन ली थी, वह कमेटी का मेंबर बन गया.”
उन्होंने कहा, “मेरे से कहा गया कि आप 3 हफ्ते तक कामकाज से अलग रहें और जांच पूरी हो जाए. देखिए, कमेटी की जांच पूरी नहीं हुई और यह लोग दोबारा धरने पर बैठ गए. उसके पीछे कारण यह है कि इन्होंने जिसको कमेटी का मेंबर बनाया था, वह इन्हीं के परिवार का था. वह दिन-प्रतिदिन की रिपोर्ट देता था और इनको मालूम था कि जांच में कोई भी चीजें निकलकर नहीं आईं. कोई गंभीर आरोप लेकर यह कोई बच्ची या कोई लड़की नहीं आई. यह फिर पहुंच गए सुप्रीम कोर्ट. जब दिल्ली पुलिस सुप्रीम कोर्ट गई तुषार मेहता (सॉलिसिटर जनरल) जी ने स्वयं कहा कि हमें केस दर्ज करने में कोई आपत्ति नहीं है. कोर्ट ने कहा ठीक है फिर उन्होंने सुरक्षा मांगा. नाबालिग को सुरक्षा भी मिल गई और एफआईआर दर्ज हो गई तो अब यह लोग धरने पर क्यों बैठे हैं? इनको अपनी मंजिल पता ही नहीं जाना कहां है.”
बीजेपी सांसद ने कहा,
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“जब कंप्लेन दिल्ली पुलिस में हो चुकी है तो दिल्ली पुलिस का जो रिजल्ट आएगा जांच के बाद उसको मानना चाहिए और इनको (धरने पर बैठे पहलवान) घर जाना चाहिए. अभी से ना कहना शुरू कर दिया. पता नहीं जांच सही से शुरू हुई या नहीं. उन्होंने दिल्ली पुलिस पर सवाल उठाना शुरू कर दिए. अभी मैं कल बयान देख रहा था कि एक खिलाड़ी दिल्ली पुलिस पर सवाल उठा रहा था, तो मैं आपके माध्यम से कहना चाहता हूं यह निश्चित दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाएंगे.”
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, “जिस दिन धरने पर यह लोग बैठे थे. मैंने एक बयान दिया था एक भी प्रकरण मेरे खिलाफ साबित हो जाए, तो मैं खुद फांसी पर लटक जाऊंगा. इसके लिए किसी को कुछ कहना नहीं पड़ेगा. जितने भी आरोप लगाए गए हैं वो स्टेडियम के हैं, एक भी आरोप बंद कमरे के नहीं है. अब तो आरोप सामने हैं, बंद कमरे के नहीं हैं.”
महिला पहलवान साक्षी मलिक संग खुद की एक तस्वीर को लेकर उन्होंने कहा,
“साक्षी मलिक मेरे से किस तरह से लिपटी पड़ी थी…उस फोटो को आप देखिए कि क्या मैं मेरी कमर पकड़ रहा था या वो (साक्षी मलिक) पकड़ रही थी. जब आपको मुझसे इतनी नफरत है तो आप मेरे से कैसे इस तरह का व्यवहार कर सकते हैं. कैसे मेरे साथ इस तरीके से फोटो ले सकते हैं…साक्षी मलिक की एक तस्वीर वायरल है.”
बता दें कि बीजेपी सांसद के खिलाफ दो प्राथमिकी भी दर्ज की गई हैं. पहली एक नाबालिग द्वारा लगाए गए आरोपों से संबंधित है, जिसे यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के साथ भारतीय दंड संहिता की प्रासंगिक धाराओं के तहत दर्ज किया गया है. दूसरी प्राथमिकी शिकायतों की व्यापक जांच के संबंध में दर्ज की गई है.
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