योगी सरकार 2.0 में ‘बाबा के बुल्डोजर’ का खौफ! ‘डरे’ SP नेता ने खुद तुड़वाया अवैध निर्माण

देवेश सिंह

ADVERTISEMENT

UPTAK
social share
google news

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के दोबारा मुख्यमंत्री बनने के बाद राज्य में ‘बुल्डोजर की कार्रवाई’ तेज हो गई है.

गरजते बुल्डोजर का ‘खौफ’ लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है. एटा में कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है. यहां योगी सरकार के ‘बुल्डोजर से डरे’ समाजवादी पार्टी (एसपी) के एक नेता ने खुद ही जिला प्रशासन की कार्रवाई से पहले चिह्नित कोल्ड स्टोरेज के ‘अवैध निर्माण’ वाले हिस्से को तुड़वाया है.

दरअसल, जिला प्रशासन को शिकायत मिली थी कि जैथरा स्थित एक भट्टे के आसपास भूमाफियाओं द्वारा सैकड़ों बीघा जमीन पर कब्जा कर अवैध निर्माण कराया गया है. इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन ने दो दिन पहले अलग-अलग जगहों पर लेखपाल की टीम भेजकर अतिक्रमित जमीन की नाप तौल करवाई. इसके बाद बुल्डोजर से ‘अवैध निर्माण’ को ध्वस्त किया गया और बाकी जमीन को कब्जा मुक्त कराते हुए उसे राज्य सरकार में निहित कर दिया गया.

बताया जा रहा है कि पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई से ‘डरे’ एसपी नेता रामनाथ सिंह यादव ने अपने बेटे के नाम पर बने कोल्ड स्टोरेज के ‘अवैध निर्माण’ को तुड़वाया है.

क्या है पूरा मामला?

आरोप है कि थाना जैथरा के गांव ललहैत में कई साल पूर्व रामनाथ सिंह यादव ने 37 बीघा ग्राम पंचायत की जमीन पर कब्जा कर भट्टे का निर्माण करा लिया था और भट्टे के आसपास की जमीन को भी अतिक्रमित कर उस पर अवैध निर्माण करा लिया था.

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

चुनाव से पूर्व पांच महीने पहले जिला प्रशासन ने उस जगह को चिह्नित कर एसपी नेता रामनाथ यादव को अवैध कब्जा हटाने को नोटिस दिया था, लेकिन नोटिस के जवाब में उन्होंने राजस्व परिषद में अपील की थी, जिसे राजस्व परिषद ने खारिज कर दिया था.

कौन हैं रामनाथ सिंह यादव?

रामनाथ सिंह यादव एसपी के महासचिव प्रो. रामगोपाल सिंह यादव के करीबी रिश्तेदार हैं और पूर्व ब्लॉक प्रमुख हैं. ऐसा माना जाता है कि उनके परिवार की जनपद की राजनीति में तूती बोलती है.

रामनाथ सिंह यादव के बड़े भाई रामेश्वर सिंह यादव एसपी से पूर्व विधायक रहे हैं और उनकी भाभी वर्तमान में जिला पंचायत अध्यक्ष हैं.

कहा जा रहा है कि रामनाथ सिंह यादव के सैफई परिवार (एसपी संरक्षक मुलायम सिंह यादव का पैतृक निवास) से करीबी संबंध होने के चलते अब तक अधिकारी इन पर कोई कार्रवाई करने से कतराते रहे थे.

ADVERTISEMENT

यूपी के इस शख्स ने चांद पर खरीद ली जमीन, नागरिकता-प्रॉपर्टी का कागज भी मिला, कैसे हुआ ये?

ADVERTISEMENT

    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT