ग्राउंड रिपोर्ट: यूपी में कोयले की कमी से बिजली उत्पादन घटा? ग्रामीण इलाकों में कटौती बढ़ी

कुमार अभिषेक

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क्या उत्तर प्रदेश में बिजली संकट की शुरुआत हो चुकी है? यह सवाल इसलिए खड़ा हो रहा है क्योंकि कोयला की कमी के चलते बिजली उत्पादन प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है. ऐसी खबरें आ रही हैं कि बिजली उत्पादन के लिए इस्तेमाल में लाए जाने वाले कोयले का स्टॉक बहुत जल्द खत्म होने वाला है. इसको लेकर उत्तर प्रदेश में भी अभी से एहतियात बरती जा रही है.

खुद उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है कि कोयले की कमी के चलते आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश में बिजली संकट गहरा सकता है. उत्तर प्रदेश के कई जिलों के ग्रामीण इलाकों में बिजली की कटौती की शुरुआत भी हो चुकी है. हालांकि उत्तर प्रदेश में अभी जिला मुख्यालयों और शहरी इलाकों में तो बिजली की कटौती नहीं की जा रही है.

यूपी के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने ट्वीट में लिखा, “प्रिय उपभोक्ता, विभिन्न कारणों से विद्युत उत्पादन इकाइयों में कोयले की आपूर्ति बाधित हुई है, जिससे निर्बाध विद्युत आपूर्ति में व्यवधान आ रहा है. आपको हो रही असुविधा के लिए खेद है. यह समस्या जल्द दूर कर आपूर्ति सामान्य की जाएगी.”

श्रीकांत शर्मा आगे लिखा, ”संयुक्त सचिव, कोयला मंत्रालय की अध्यक्षता में गठित सब ग्रुप, सप्ताह में दो बार कोल आपूर्ति की निगरानी कर रहा है. केंद्र सरकार व कोल इंडिया लिमिटेड के सहयोग से आपूर्ति सामान्य करने के प्रयास किए जा रहे हैं. अन्य स्रोतों से बिजली खरीद की जा रही है”.

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चंदौली में ग्रामीण इलाकों में 4 से 6 घंटे कट रही है बिजली: यूपी के चंदौली जिले के ग्रामीण इलाकों में रोजाना 4 से 6 घंटे की बिजली कटौती की जा रही है. हालांकि शहरी इलाकों में अभी बिजली की कटौती नहीं की जा रही है. अगर जल्द ही हालात नहीं सुधरे तो बहुत संभव है कि ग्रामीण इलाकों के साथ-साथ शहरी इलाकों में भी बिजली की कटौती करनी पड़े. गौरतलब है कि शहरी इलाकों में 24 घंटे और ग्रामीण इलाकों में 18 घंटे बिजली आपूर्ति के निर्देश हैं.

इस संदर्भ में जानकारी देते हुए बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता एके सिंह ने बताया कि विद्युत उत्पादन प्रभावित होने की आशंका को देखते हुए कंट्रोल रूम से बिजली कटौती का निर्देश मिल रहा है. उसी हिसाब से ग्रामीण इलाकों में विद्युत की कटौती की जा रही है.

बाराबंकी में ग्रामीण इलाकों में 4 से 6 घंटे की कटौती: बाराबंकी में कोयले की कमी की वजह से बिजली संकट गहराता जा रहा है. ग्रामीण इलाकों में 4 से 6 घंटे बिजली कट रही है, तो वहीं तहसील और ब्लॉक स्तर पर तीन से चार घंटे की बिजली कटौती हो रही है. शहर में भी लगभग 1 घंटे की बिजली की कटौती की जा रही है. बाराबंकी में विद्युत विभाग के एसी चंद्र शेखर सिंह ने बताया कि रोस्टिंग का आदेश 18 घंटा 21 घंटे का पहले से है, लेकिन इमरजेंसी में जो कोयले की कमी आई है. उसको देखते हुए 4 से 6 घंटे की कटौती हो रही है.

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कालीन नगरी भदोही में भी हो रही विद्युत कटौती: कालीन नगरी भदोही के ग्रामीण इलाकों में भी कई घंटों तक बिजली कटौती की जा रही है. शहरी इलाके भी कटौती से अछूते नहीं हैं. माना जा रहा है कि पावर जनरेशन प्लांट पर कोयले की कमी के कारण यह कटौती की जा रही है और यह स्थिति आगे भी बनी रह सकती है. भदोही जिले में ग्रामीण इलाकों में 16 से 18 घंटे और नगरीय इलाकों में 22 घंटे तक बिजली आपूर्ति का रोस्टर बनाया गया है. लेकिन बीते कुछ दिनों में बिजली कटौती अधिक हो रही है. विद्युत वितरण खंड द्वितीय के अधिशाषी अभियंता अमर सिंह ने बताया कि ट्रांसमिशन से उत्पादन में कुछ समस्या आई है, जिसके कारण कुछ कटौती बढ़ी है.

अंबेडकर नगर में ग्रामीण इलाकों में की जा रही है कटौती: अंबेडकर नगर में ग्रामीण इलाको में बिजली की भारी कटौती की जा रही है. जनपद के लगभग सभी विकास खंडों के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की भारी किल्लत है.

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कटेहरी ब्लॉक के आदमपुर तिन्दौली गांव के महेंद्र यादव और शुकुल पट्टी गांव के हिमांशु दुबे ने बताया कि उनके गांव में महज 10 -11 घंटे ही बिजली की सप्लाई हो रही है.

रामनगर ब्लॉक के दुष्यंत यादव ने बताया कि रामनगर बाजार में 12-13 घंटे की बिजली सप्लाई की जा रही है. वहीं रामनगर ब्लॉक के ग्रामीण इलाकों की बात करें तो नेवारी सुराजपुर कमरुद्दीन ने बताया कि 8 -10 घंटे ही बिजली की आपूर्ति की जा रही है. जलालपुर ब्लॉक के गांव मछलीगांव के आरपी सिंह ने बताया कि उनके गांव में 5-6 घंटे की ही बिजली दी जा रही है. बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता रमेश चंद्र की तरफ से एक प्रेस नोट जारी किया गया है. इसमें उन्होंने बिजली की कटौती के लिए ऊर्जा मंत्री के ट्वीट का हवाला देते हुए बताया है कि कोयले की आपूर्ति में आई बाधा के कारण बिजली सप्लाई में व्यवधान आ रहा है.

बिजली कटौती से जालौन में ग्रामीण परेशान: जालौन ग्रामीण क्षेत्र में लगातार हो रही बिजली कटौती से लोगों में रोष है. जिले के कालपी, कदौरा, जालौन, एट, कोंच जैसे कस्बों में 4 से 5 घंटे की कटौती होने से लोगों का जीना दुश्वार हो गया है. भीषण गर्मी और वायरल बुखार से से जूझ रहे ग्रामीण और कस्बे के लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. वहीं बिजली विभाग के अधिशाषी अभियंता दीपक सिंह ने बताया कि हाल ही में आई बाढ़ से बिजली उत्पादक केंद्रों पर कोयला न पहुंचने से बिजली का उत्पादन नहीं हो पा रहा है, जिसके कारण उत्पादन में कमी आई है, मांग अधिक होने के कारण कटौती करना मजबूरी हो गई है. उन्होंने बताया कि जल्द ही इस समस्या का निवारण कर दिया जाएगा और बिजली सुचारू रूप से मिलने लगेगी.

सोनभद्र में भी हो रही कटौती: सोनभद्र के ग्रामीण क्षेत्रों में रोजाना बिजली की कटौती की जा रही है. एक्सईएन सर्वेश सिंह के मुताबिक, बिजली की आपूर्ति कम होने के कारण रोजाना 4 से 6 घंटे की कटौती ग्रामीण क्षेत्रों में की जा रही है. बिजली विभाग के अधिकारियों के अनुसार कोशिश की जा रही है कि रात में कटौती न की जाए.

अमरोहा में बिजली कटौती से लोग बेहाल: यूपी के अमरोहा में भी बिजली कटौती हो रही है. यहां ग्रामीण इलाकों में बिजली की समस्या गंभीर नजर आ रही है. शहरी इलाकों में भी कटौती हो रही है. ग्रामीण इलाकों में महज 3 से 4 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है. किसान संगठनों ने जिले के मुख्य अभियंता से बिजली कटौती के बारे में जानकारी ली तो, उन्हें बताया गया कि कोयले की कमी के चलते ऐसा हो रहा है.

गाजीपुर में ग्रामीण इलाकों में हो रही है बिजली कटौती: पूर्वी उत्तर प्रदेश का गाजीपुर भी बिजली की कटौती से अछूता नहीं है. जिले के सैदपुर, जमानिया, मोहम्मदाबाद आदि तहसीलों के ग्रामीण क्षेत्रों में रोजाना 4 से 6 घंटे की कटौती की जा रही है.

गाजीपुर जनपद में विद्युत विभाग की सप्लाई शासनादेश के सापेक्ष थोड़ी लचर है. स्थानीय बिरनो ब्लॉक के बिरनो और पृथ्वीपुर फीडर से 18 घंटे मिलने वाली बिजली बमुश्किल 10 से 11 घंटे ही लोगों को मिल पा रही है.

गाजीपुर के अभिषेक बताते हैं कि पिछले एक सप्ताह से रोस्टर की वजह से बिजली कटौती की जा रही है, जो सुबह 7 बजे से दिन में 11 बजे तक और शाम साढ़े 3 बजे से 7 बजे शाम तक हो रही है. शहरी इलाके में भी 24 घंटे विद्युत आपूर्ति का दावा खोखला ही साबित हो रहा है.

(बाराबंकी से रेहान, भदोही से महेश, अंबेडकर नगर से केके पांडेय, जालौन से अलीम, सोनभद्र से विधु शेखर,अमरोहा से बीएस आर्य और गाजीपुर से विनय कुमार सिंह के इनपुट के साथ).

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