एनकाउंटर में मारे गए सगे भाई राजू तिवारी उर्फ रिजवान-संजय तिवारी उर्फ अकील के नामों की कहानी क्या है? चौंक जाएंगे
UP News: पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई की हत्या के मामले में पुलिस ने दोनों का एनकाउंटर किया है. दोनों मारे गए हैं. दोनों के ऊपर 1-1 लाख का इनाम था.
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UP News: यूपी के सीतापुर में 5 महीने पहले पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई की हत्या की गई थी. उनको कई गोलियां मारी गईं थी. इस मामले में पुलिस को हमलावरों की तलाश थी. अब पुलिस ने इस मामले में शामिल 2 सगे भाइयों को एनकाउंटर में मार गिराया है.
पुलिस ने राजू तिवारी उर्फ रिजवान खान और संजय तिवारी उर्फ अकील खान को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है. नोएडा एसटीएफ की टीम और सीतापुर पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में इन दोनों को मार गिराया गया है. दरअसल जब से बदमाशों के नाम सामने आए हैं, तभी से इनके नाम चर्चाओं में आ गए हैं. अब हम आपको इन दोनों भाइयों के नामों की असल कहानी बताते हैं.
मां मुस्लिम और पिता हिंदू
सीतापुर में पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई की हत्या के मामले में सीतापुर पुलिस ने 1-1 लाख के इनामी जिन दो आरोपियों को मार गिराया है, वो दोनों रिश्ते में सगे भाई हैं. दरअसल इन दोनों ने हिंदू के साथ-साथ मुस्लिम नाम भी रखे थे.
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बता दें कि राजू तिवारी उर्फ रिजवान खान और संजय तिवारी उर्फ अकील खान की मां मुस्लिम हैं और इनके पिता हिंदू हैं. मां का नाम नाजिमा है तो वहीं पिता का नाम कृष्ण गोपाल तिवारी है.
पिता कृष्ण गोपाल तिवारी ने नाजिमा से शादी की थी. शादी के बाद जब 2 बेटे हुए तो दोनों का नाम पिता के नाम के साथ-साथ मां के नाम पर भी रखा गया. आपको ये भी बता दें कि नाजिमा से शादी के बाद पिता कृष्ण गोपाल तिवारी ने भी इस्लाम अपना लिया था और अपना नाम करीम खान रखा लिया था.
दोनों के खिलाफ दर्ज थे कई हत्या-लूट के केस
आपको बता दें कि बदमाश राजू उर्फ रिजवान पर लखीमपुर खीरी के उप निरीक्षक परवेज अली की हत्या का भी आरोप है. ये घटना साल 2006 की है. राजू उर्फ रिजवान पर आरोप है कि इसने हत्या करके, उनकी सरकारी रिवाल्वर लूट ली थी. संजय उर्फ शकील ने साल 2011 में सहाय शुक्ला की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इन दोनों भाइयों पर लूट, हत्या, डकैती के 2 दर्जन मामले दर्ज थे.