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लखीमपुर खीरी हिंसा: जानिए 12 घंटे की पूछताछ में 10 बड़े सवालों पर आशीष मिश्रा ने क्या कहा

संतोष शर्मा

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उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) ने 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को शनिवार को करीब 12 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया. आधी रात के बाद उन्हें ज्यूडीशियल मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.

आइए आपको बताते हैं कि पूछताछ के दौरान 10 बड़े सवालों पर आशीष मिश्रा ने क्या जवाब दिया-

कार्यक्रम में आ रहे वीवीआईपी का रूट बदल गया है, इसकी जानकारी क्या आपको थी?

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“वीवीआईपी पहले जिस रूट से आ रहे थे उसकी जानकारी मुझे थी. बदले रूट के बारे में जानकारी कुछ देर पहले ही हुई थी.”

जिस वक्त यह घटना हुई, उस वक्त आप कहां थे?

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“जिस वक्त यह घटना हुई उस समय में कार्यक्रम स्थल पर ही था. मैं दंगल का आयोजन करवा रहा था, वीवीआईपी के आने के इंतजामों में लगा हुआ था.”

3 अक्टूबर को दोपहर 2:36 से 3:30 बजे के बीच आप कहां थे?

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“इस वक्त भी मैं कार्यक्रम स्थल पर ही मौजूद था, कहीं नहीं गया था.”

लोगों का कहना है कि आप इस वक्त के दौरान गायब थे, कार्यक्रम में नहीं थे?

“नहीं मैं कार्यक्रम स्थल पर ही था. बीच-बीच में मैं थोड़ी देर के लिए कार्यक्रम स्थल के बगल में बनी अपनी एक राइस मिल तक जाता था, उसके बाद फिर वापस आ जा रहा था.”

जो थार जीप हिंसा में क्षतिग्रस्त हुई, जलाई गई उसको कौन चला रहा था, उसमें कौन-कौन बैठा था और पीछे की फॉर्च्यूनर और स्कॉर्पियो किसकी थी?

“थार जीप मेरी है. हमारा ड्राइवर हरिओम मिश्रा चला रहा था. पीछे फॉर्च्यूनर हमारे मित्र व बीजेपी कार्यकर्ता हैं अंकित दास उनकी है. वह मुख्य अतिथि को कार्यक्रम स्थल तक लाने के लिए निकले थे. लेकिन कहां गए मुझे नहीं पता. घटना के बाद से ही वह मेरे संपर्क में नही हैं.”

आप तीनों गाड़ियों में से कौन सी गाड़ी में थे?

“मैं कह चुका हूं मैं कार्यक्रम स्थल पर ही था, मैं कार्यक्रम छोड़कर कहीं नहीं गया था.”

प्रत्यक्षदर्शी का कहना है कि थार जीप आप ही चला रहे थे?

“नहीं थार जीप में मैं नहीं था. मैं किसी भी गाड़ी में नहीं था. मैंने इन गाड़ियों को वीवीआईपी को लाने के लिए भेजा था.”

अगर आप घटनास्थल पर नहीं थे तो फिर एफआईआर दर्ज होने के बाद गायब क्यों हो गए थे? बीते 48 घंटे में आप कहां-कहां रहे?

“मैं गायब नहीं हुआ था मैं जिले में ही था. मैं अपने गांव बनवीरपुर में ही था. मेरी कुछ तबीयत खराब हो गई थी इसलिए आराम कर रहा था.”

जिस वक्त हिंसा हुई, आप कार्यक्रम स्थल पर थे तो उसका कोई सबूत क्यों नहीं है?

“मैं पूरे कार्यक्रम के दौरान वहीं मौजूद था, कहीं नहीं गया था. मुझे नहीं पता था इस हिंसा में मेरा नाम आ जाएगा. पूरे कार्यक्रम के वीडियोज जो मुझे मिले हैं, मैंने आपको दिए हैं.”

गाड़ी के अंदर से दो कारतूस मिले हैं, ये किसके हैं? आपने किसको असलहे से लैस कर कार्यक्रम के लिए भेजा था?

“मैं जब गाड़ी में रहता हूं तब अपने असलहे लेकर चलता हूं, लेकिन जब मैं नहीं रहता तो गाड़ी में कोई असलाह नहीं रहता है.”

मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी का नेतृत्व कर रहे पुलिस उप-महानिरीक्षक (मुख्यालय) उपेंद्र अग्रवाल ने शनिवार रात लगभग 11 बजे आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी की जानकारी दी. अग्रवाल ने बताया, “मिश्रा ने पुलिस के सवालों का उचित जवाब नहीं दिया और जांच में सहयोग नहीं किया. वह सही बातें नहीं बताना चाह रहे हैं, इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया.”

इस मामले में वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी (एसपीओ) एसपी यादव ने बताया कि आशीष की पुलिस रिमांड के लिए अर्जी दी गई थी और अदालत ने इस अर्जी पर सुनवाई के लिए 11 अक्टूबर की तारीख तय की है.

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