मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार किस विधि से होगा और क्या-क्या किया जाएगा? आचार्य योगेश शर्मा ने सब बताया
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार दिल्ली के ऐतिहासिक निगमबोध घाट पर किया जाएगा. खबर में जानिए मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार की किस विधि से होगा.
ADVERTISEMENT

Manmohan Singh Funeral News: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार दिल्ली के ऐतिहासिक निगमबोध घाट पर किया जाएगा. आचार्य योगेश कुमार शर्मा ने उनके अंतिम संस्कार की विधि और तैयारियों की जानकारी साझा की.
चंदन की लकड़ियों पर होगा संस्कार
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में आचार्य योगेश कुमार शर्मा ने बताया कि डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार सरदार रीति से किया जाएगा. उनका संस्कार चंदन की लकड़ियों पर किया जाएगा. श्मशान घाट पर सभी जरूरी सामग्री और तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
आचार्य ने कहा, "हमारा कर्म सरदार रीति से है और इसी प्रकार से डॉ. सिंह का संस्कार किया जाएगा. यह संस्कार निगमबोध घाट पर सुबह 11:45 बजे किया जाएगा. देश के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सेना प्रमुख और कई गणमान्य व्यक्ति अंतिम संस्कार में शामिल होंगे. श्रद्धांजलि सभा के बाद उनका संस्कार संपन्न होगा."
निगमबोध घाट पर विशेष तैयारियां
निगमबोध घाट, जहां देश की कई प्रमुख हस्तियों का अंतिम संस्कार किया गया है, पर विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं.
यह भी पढ़ें...
- श्रद्धांजलि सभा: अंतिम संस्कार से पहले श्रद्धांजलि सभा आयोजित होगी.
- सुरक्षा के कड़े इंतजाम: डॉ. सिंह की पूर्व प्रधानमंत्री के रूप में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी जरूरी प्रबंध किए गए हैं.
- समुदाय के पुरोहितों की मौजूदगी: डॉ. सिंह के संस्कार में उनके समुदाय के पुरोहितों की उपस्थिति रहेगी.
निगमबोध घाट का ऐतिहासिक महत्व
निगमबोध घाट दिल्ली का एक ऐतिहासिक श्मशान घाट है, जहां देश के बड़े नेताओं और हस्तियों का अंतिम संस्कार किया जाता रहा है. बड़ी पंचायत के प्रधान बीसी अग्रवाल ने बताया कि घाट पर सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं.
चकवाल से जुड़ी थी जड़ें
डॉ. मनमोहन सिंह का जन्म वर्तमान पाकिस्तान के चकवाल जिले में हुआ था. इस संदर्भ में आचार्य योगेश कुमार शर्मा ने कहा कि "चकवाल से उनकी जड़ों का जुड़ाव उनके जीवन की एक महत्वपूर्ण कड़ी है, और यह संस्कार इस ऐतिहासिकता को भी दर्शाता है." डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार भारतीय परंपरा और रीति-रिवाजों के साथ संपन्न किया जाएगा. पूरे देश की निगाहें इस भावुक पल पर होंगी, जहां देश के नेता और आमजन उन्हें श्रद्धांजलि देंगे.