पाकिस्तानी महिला फरहत सुल्ताना ने बरेली में कैसे बनवा लिया आधार और राशन कार्ड? उसके बारे में ये सब पता चला
Bareilly News: 'ऑपरेशन खोज' में फंसी पाकिस्तानी महिला फरहत सुल्ताना. बरेली में पाकिस्तानी महिला ने ऐसे हासिल किए भारतीय दस्तावेज. जानें पूरा मामला.
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Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली से एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है. आरोप है कि यहां पाकिस्तान की फरहत सुल्ताना नामक महिला ने धोखे से भारतीय दस्तावेज हासिल कर लिए. महिला ने बड़ी चालाकी से न केवल अपना आधार कार्ड बनवाया, बल्कि खुद को परिवार का मुखिया बताकर राशन कार्ड भी बनवा लिया. यह मामला सामने आने के बाद बारादरी पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. इस पूरे प्रकरण में कौन-कौन लोग शामिल हैं, इसकी भी गहन पड़ताल शुरू हो गई है.
'ऑपरेशन खोज' के तहत हुआ खुलासा
बरेली में इन दिनों एसएसपी अनुराग आर्य के निर्देश पर 'ऑपरेशन खोज' नामक एक अभियान चलाया जा रहा है. इसी अभियान के तहत चौकी इंचार्ज सौरव तोमर अपने क्षेत्र में भ्रमण कर सूचनाएं जुटा रहे थ. इस दौरान उन्हें जानकारी मिली कि मूल रूप से पाकिस्तान की नागरिक फरहत सुल्ताना लंबे समय से बरेली में रह रही है और वह दीर्घकालीन वीजा (Long Term Visa) पर भारत में निवास कर रही है.
बरेली में शादी और अवैध दस्तावेज का खेल
पुलिस ने जब इस मामले में जानकारी जुटाई तो पता चला कि फरहत सुल्ताना ने बरेली के सूफीटोला, थाना बारादरी क्षेत्र निवासी शाहिद खलील से विवाह किया है. वह वर्तमान में यहीं निवास कर रही है. इसी के साथ-साथ, उसने कुछ लोगों की मदद से सरकारी दस्तावेज भी हासिल कर लिए और अपना आधार कार्ड व राशन कार्ड भी बनवा लिया. जबकि नियमानुसार, किसी भी दूसरे मुल्क के नागरिक को जब तक भारत की नागरिकता नहीं मिल जाती, तब तक व्यक्ति को भारत की नागरिकता से संबंधित दस्तावेज जैसे पहचान पत्र, आधार कार्ड, राशन कार्ड नहीं मिल सकते. लेकिन फरहत सुल्ताना ने अपनी पहचान छुपाकर छलपूर्वक ये दस्तावेज हासिल कर लिए.
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पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, जांच जारी
इस मामले में जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया, "जितने भी बांग्लादेशी, रोहिंग्या, पाकिस्तानी नागरिक गैर-कानूनी तरीके से रह रहे हैं, उनकी तलाश करने के लिए 'ऑपरेशन खोज' जैसा अभियान चलाया गया था. इसी के अंतर्गत एक महिला लॉन्ग टर्म वीजा पर बरेली में रह रही थी, उसे चिन्हित किया गया. उसके पास से एक राशन कार्ड और आधार कार्ड मिला. इसकी गहन जांच के लिए मुकदमा पंजीकृत कराया गया है."