हनीमून पर पति राजा को मरवाने वाली सोनम का असली क्रूर चेहरा तो अब दिखा! DIG डेविस ने सुनाई उसकी पूरी क्राइम कथा
राजा की हत्या में शामिल सोनम का क्रूर चेहरा अब सामने आया, DIG ने कहा- लाश उठाकर खाई में फेंकने में खुद थी शामिल
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देश में इस वक्त राजा रघुवंशी और सोनम के नाम के ही चर्चे हैं. हनीमून पर ही अपने पति राजा रघुवंशी को मरवाने वाली सोनम की क्राइम कथा की एक से एक अविश्वसनीय कहानियां सामने आ रही हैं. सुदूर शिलॉन्ग में पति को मरवाने के बाद मासूम बनकर यूपी के गाजीपुर पहुंचने वाली सोनम की ये कहानी आपको दांतों तले अंगुली दबाने को मजबूर कर देगा. इस नए खुलासे को जानकर आपकी रीढ़ की हड्डी में एक सिहरन दौड़ पड़ेगी और आप सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि एक मासूम सी दिखनी वाली लड़की इतनी क्रूर कैसे हो सकती है.
राजा रघुवंशी की शादी 11 मई को इंदौर में सोनम से हुई थी. सब कुछ सामान्य लग रहा था. नई-नई शादी थी, हनीमून का प्लान बना. लेकिन ये हनीमून एक खूबसूरत याद नहीं, बल्कि एक भयानक साजिश का हिस्सा था. सोनम ने राजा को कहा था कि शादी की पहली रात से पहले कामाख्या मंदिर में दर्शन जरूरी हैं. राजा ने बात मान ली और सोनम को लेकर 20 मई को गुवाहाटी और फिर शिलॉन्ग पहुंच गया. लेकिन राजा को नहीं पता था कि जिस महिला पर उसने सबसे ज़्यादा भरोसा किया, वही उसकी मौत की स्क्रिप्ट लिख चुकी थी.
जंगलों में रची गई खौफनाक हत्या की साजिश
जैसे-जैसे राजा और सोनम मेघालय की वादियों में आगे बढ़ते गए, वैसे-वैसे मौत उनके और करीब आती गई. सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा और तीन कॉन्ट्रैक्ट किलर्स – विशाल सिंह चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी – को पहले ही बुला रखा था. वे 21 मई को गुवाहाटी पहुंचे और वहीं से हत्या की तैयारियां शुरू कर दीं. किलर्स सोनम के बताए रास्ते पर चल पड़े. 22 और 23 मई को राजा और सोनम नोंग्रियाट के ट्रैक पर थे, लेकिन वहां भीड़ ज़्यादा थी. ऐसे में हत्या नहीं हो सकी. आख़िरकार 23 मई को वे लोग वेसाडोंग फॉल्स के पास पहुंचे – जहां जंगल घना था, सन्नाटा था और इंसान दूर-दूर तक नहीं थे.
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जब पति की हत्या के बाद पत्नी ने भी उठाई लाश
DIG डेविस एन आर माराक ने ऑन कैमरा बताया कि राजा की हत्या के बाद तीनों कॉन्ट्रैक्ट किलर्स ने उसकी लाश उठाई, लेकिन ये काम अकेले उन्होंने नहीं किया. सोनम भी साथ थी. वह न सिर्फ हत्या के वक्त मौजूद थी, बल्कि राजा की लाश को खाई में फेंकने में भी शरीक रही. सोचिए कि वो लम्हा कितना क्रूरता से भरा रहा होगा जब सोनम राजा की डेड बॉडी को उठाकर खाई में फेंक रही होगी. DIG के मुताबिक, हत्या के बाद दो स्कूटियों पर सवार होकर किलर्स और सोनम वहां से निकले. एक स्कूटी पर दो किलर्स थे और दूसरी पर एक किलर के साथ खुद सोनम बैठी थी. वे लोग करीब 10 किलोमीटर दूर तक साथ-साथ गए.
पूछताछ में सोनम और उसका प्रेमी राज कुशवाहा दोनों ने हत्या की साजिश में शामिल होने की बात कबूल ली है, लेकिन मास्टरमाइंड कौन था – इस पर दोनों एक-दूसरे पर दोष मढ़ रहे हैं. सोनम का कहना है कि प्लान राज ने बनाया था, जबकि राज का दावा है कि ये आइडिया सोनम का था.
DIG डेविस ने यह भी बताया कि सोनम और राजा के पास चार मोबाइल थे, लेकिन अब तक पुलिस को केवल एक मोबाइल ही मिला है. बाकी तीन मोबाइल की तलाश जारी है. सभी मोबाइल की आखिरी लोकेशन वेसाडोंग फॉल्स के पास ही पाई गई है – वही जगह जहां राजा की हत्या की गई थी.
ग़ायब होने से लेकर गिरफ्तारी तक
हत्या के बाद सोनम ने बड़ी चतुराई से अपना ट्रैक कवर किया. पहले वह शिलॉन्ग से गुवाहाटी पहुंची, फिर वहां से अलग-अलग ट्रेनों से सफर कर यूपी के गाज़ीपुर तक आ गई. पुलिस को चकमा देने की उसकी कोशिश तब नाकाम हुई जब वह खुद सामने आ गई और पुलिस ने उसके बॉयफ्रेंड राज के साथ तीनों किलर्स को गिरफ्तार कर लिया.
DIG डेविस और SP विवेक सायेम की अगुवाई में मेघालय पुलिस की एसआईटी इस पूरे मामले की पुख्ता जांच कर रही है. CCTV फुटेज, मोबाइल लोकेशन, कॉल डिटेल और चश्मदीद सबूतों के आधार पर पुलिस मजबूत चार्जशीट तैयार कर रही है. पूछताछ से कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आ चुकी हैं, लेकिन पुलिस बाकी सबूतों को कोर्ट में पेश करेगी.
एक पति, जो अपनी नई शादी में खुशी तलाश रहा था, वह गहरी खाई में दफन होकर अपनी जिंदगी खो चुका है. एक पत्नी, जिसने उसका भरोसा तोड़ा और जान ली, अब सलाखों के पीछे है. और एक प्रेमी, जो शायद खुद को होशियार समझता था, अब एक हत्यारे के रूप में जाना जाएगा. ऐसा कहना गलत नहीं होगा कि 'ऑपरेशन हनीमून' नाम का यह केस अब भारत की सबसे सनसनीखेज मर्डर मिस्ट्री में गिना जाएगा.