हमीरपुर: बाढ़ से हाहाकार, मंदिर डूबा, बेघर हुए लोग, देखिए चंद दिनों में कैसे बदल गई जिंदगी
हमीरपुर जिले में यमुना और बेतवा नदियों के बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है. जिले के 64 गांवों में बाढ़ का असर हुआ है. अभी…
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हमीरपुर जिले में यमुना और बेतवा नदियों के बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है.
जिले के 64 गांवों में बाढ़ का असर हुआ है. अभी तक एक सौ पचास परिवारों को शेल्टर होम में भेजा गया है.
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लोग बाढ़ की विभीषिका से जूझ रहे हैं. कहीं लोग नाव में सवार हो कर पानी से निकल रहे हैं तो कही LPG गैस का गोदाम ही पानी में डूब गया है.
चारो तरफ पानी हो पानी है. दोनों नदियों का जल स्तर दो मीटर तक और बढ़ने वाला है. इसके बाद तो हालात और भयावह होंगे.
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हमीरपुर के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी बाढ़ 1983 में आई थी.
तब दोनों नदियों का जलस्तर 108 मीटर को पार किया था.
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उसके बाद 2021 में भी बाढ़ ने प्रलय मचाया था. तब दोनों नदियां 107 मीटर को पार कर गईं थीं.
कुछ वैसे ही हालात इस बार भी हमीरपुर में बन रहे हैं. लोग घर गृहस्थी छोड़कर जानवरों को लेकर सड़कों पर डेरा डाले हैं.
इधर खुले आसमान में दिन गुजार रहे बेघर लोगों पर बारिश का सितम ढा रहा है.
इधर प्रशासन लोगों को रेस्क्यू कर शेल्टर होम में शिफ्ट करा रहा है.
बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत सामग्री भी बांटी जा रही है.
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