CM योगी आदित्यनाथ बोले- हिंदू और सिख को बांटने की साजिश करने वालों से सतर्क रहें
CM योगी ने गुरु तेग बहादुर संदेश यात्रा के दौरान कहा, हिंदू-सिख एकता तोड़ने की साजिशें हो रही हैं. बलरामपुर में 100 करोड़ के धर्मांतरण रैकेट पर बड़ा खुलासा भी किया.
ADVERTISEMENT

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज एक बड़ा बयान देते हुए हिंदू और सिख समुदायों के बीच दरार पैदा करने की कोशिश करने वालों से सतर्क रहने को कहा है. उन्होंने दावा किया कि कुछ ताकतें देश की धार्मिक सद्भाव को तोड़ने और देश का स्वरूप बदलने की साजिश रच रही हैं. मुख्यमंत्री ने इस दौरान बलरामपुर के एक बड़े धर्मांतरण रैकेट का भी खुलासा किया, जिसमें 100 करोड़ रुपये से अधिक के लेनदेन की बात सामने आई है.
गुरु तेग बहादुर संदेश यात्रा से दिया एकता का संदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर साहिब श्री गुरु तेग बहादुर जी महाराज के 350वें शहीदी वर्ष को समर्पित 'श्री गुरु तेग बहादुर संदेश यात्रा' को पुष्प वर्षा कर रवाना किया. यह यात्रा लखनऊ के श्री गुरु सिंह सभा, नाका हिंडोला से शुरू होकर दिल्ली के चांदनी चौक स्थित गुरुद्वारा श्री शीशगंज साहिब तक जाएगी. इस मौके पर सीएम योगी ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूप को अपने शीश पर धारण कर उनका स्वागत किया और मत्था टेका.
हिंदू और सिख को बांटने की हो रही साजिश: योगी
सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा कि कुछ लोग हिंदू और सिख समुदायों के बीच विभाजन पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने साफ शब्दों में कहा, 'याद रखिए, बहुत सारे लोग हिंदू और सिख के बीच विभाजन पैदा करने का प्रयास करेंगे. हमारे बीच हमें बांटने और कमजोर करने की साजिश है. इससे हमें कौन बचाएगा? हमें सतर्क रहना होगा.' उन्होंने लोगों से ऐसी गतिविधियों के प्रति सावधान रहने का आग्रह किया.
यह भी पढ़ें...
बलरामपुर का धर्मांतरण रैकेट: 100 करोड़ से अधिक का लेनदेन!
मुख्यमंत्री ने धर्मांतरण के मामलों पर भी गंभीर चिंता जताई. उन्होंने बताया कि बलरामपुर में एक बड़े धर्मांतरण रैकेट का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें जलालुद्दीन उर्फ छंगुर बाबा नाम का व्यक्ति शामिल था. सीएम ने दावा किया कि इस बाबा ने धर्मांतरण के लिए बाकायदा 'रेट' तय कर रखे थे.
योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'आपने देखा होगा कि किस तरह की साजिश चल रही है. हमने हाल ही में बलरामपुर में एक बड़ी कार्रवाई की है. आपने देखा होगा कि उसने धर्मांतरण के कार्यक्रम को कैसे आगे बढ़ाना है, इसके लिए दरें तय कर रखी थीं. उसने हिंदुओं, ब्राह्मणों, क्षत्रियों, सिखों, अन्य ओबीसी जातियों, अनुसूचित जातियों और जनजातियों को धर्मांतरित करने के लिए दरें तय की थीं.' उन्होंने बताया कि इस रैकेट में विदेशों से पैसा आ रहा था और छंगुर बाबा के 40 खातों में अब तक 100 करोड़ रुपये से अधिक के लेनदेन का पता चला है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी इस मामले में करीब 106 करोड़ रुपये के फंड का इनपुट पाया है, जो मुख्य रूप से मध्य पूर्व से आया था.
सीएम ने यह भी बताया कि उन्होंने धर्मांतरित लोगों की 'घर वापसी' (मूल धर्म में वापसी) के लिए एक टीम को बलरामपुर भेजा है. पीलीभीत में भी धर्मांतरण के कुछ मामले सामने आए हैं, जिस पर उन्होंने लोगों को सतर्क रहने को कहा.
ये भी पढ़ें: लखनऊ, कानपुर, वाराणसी में नारी शक्ति का जलवा! यूपी के महिला आर्थिक सशक्तिकरण सूचकांक WEE Index की ये तस्वीर देखिए
औरंगजेब के अत्याचार और सिख गुरुओं का बलिदान
मुख्यमंत्री ने मुगल सम्राट औरंगजेब के अत्याचारों का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, 'कैसा समय रहा होगा जब औरंगजेब जैसा क्रूर और बर्बर शासक था. उस समय अत्याचारों की खबरें सिर्फ एक जगह से नहीं, बल्कि हर जगह से आती थीं.' उन्होंने बताया कि औरंगजेब ने इस्लामीकरण का एक बड़ा अभियान शुरू किया था, जिसे गुरु तेग बहादुर जी महाराज ने चुनौती दी थी.
सीएम ने सिख गुरुओं के बलिदान को याद करते हुए कहा कि गुरु तेग बहादुर जी महाराज, भाई सलिदास, भाई मतिदास और भाई दयाला जी के साथ क्रूरता की सारी सीमाएं तोड़ दी गईं, लेकिन वे अपने पथ से विचलित नहीं हुए और शहादत देकर भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गए. उन्होंने कहा कि इसी शहादत की परंपरा पर वर्तमान भारत की नींव खड़ी है.
प्रधानमंत्री मोदी का विजन और सिख गुरुओं की विरासत
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि भारत विश्व की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित हुआ है, जिसकी नींव में यही शहादत और बलिदान है. उन्होंने चार साहिबजादों के बलिदान और 26 दिसंबर को 'वीर बाल दिवस' के रूप में मनाए जाने के प्रधानमंत्री के निर्णय का भी उल्लेख किया, जिसे राष्ट्रीय स्तर पर मनाकर इतिहास को भावी पीढ़ियों के समक्ष जीवंत बनाने का प्रयास किया गया है.
मुख्यमंत्री ने अंत में कहा कि सिख गुरुओं की महानता और समर्पण भाव सभी भारतीयों के लिए प्रेरणा स्रोत है. उन्होंने सभी से धर्मांतरण और आपस में फूट डालने की कोशिशों के प्रति सतर्क रहने का आह्वान किया.