सेना ने POK में आतंकियों को मारा, जानिए इस बीच क्या कर रहे हैं LG मनोज सिन्हा
POK Missile Strike: भारतीय सेना के "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत पाकिस्तान और POK में आतंकी ठिकानों पर मिसाइल स्ट्राइक के बाद जम्मू-कश्मीर में हालात तनावपूर्ण. एलओसी पर पाकिस्तानी गोलाबारी के बीच उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और गृह मंत्री अमित शाह स्थिति पर नजर। नागरिकों की सुरक्षा के लिए राहत शिविर और हाई अलर्ट.
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POK Missile Strike:भारतीय सेना द्वारा "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत पाकिस्तान और POK में आतंकियों के ठिकानों पर मिसाइल स्ट्राइक के बाद जम्मू-कश्मीर में हालात बेहद संवेदनशील हो गए हैं. एलओसी पर पाकिस्तान की ओर से भारी गोलाबारी हो रही है. ऐसे में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा खुद सीमाई इलाकों की निगरानी कर रहे हैं और गृह मंत्री अमित शाह से लगातार संपर्क में बने हुए हैं.
हर नागरिक की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता: एलजी मनोज सिन्हा
बुधवार सुबह एलजी मनोज सिन्हा ने अपने एक्स (Twitter) हैंडल पर जानकारी दी कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर के सभी सीमावर्ती जिलों के डीसी, प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की है. उन्होंने कहा, "मैं हालात पर करीबी नजर बनाए हुए हूं. सरकार पूरी तरह तैयार है कि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके." उन्होंने यह भी निर्देश दिया है कि सीमा से सटे संवेदनशील इलाकों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाए और उनके रहने, खाने, दवाई और ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.
सीमाओं पर पाकिस्तानी गोलाबारी, सरकार अलर्ट पर
'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत भारतीय सेना ने जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिनमें बहावलपुर, मुरीदके और कोटली जैसे ठिकाने शामिल थे. इसके बाद पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के सीमाई जिलों में भारी गोलाबारी शुरू कर दी है. इस स्थिति को देखते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने बीएसएफ के डीजी और एलजी मनोज सिन्हा से लगातार बातचीत की, ताकि सुरक्षा व्यवस्था मजबूत रहे और नागरिकों को किसी भी खतरे से दूर रखा जा सके.
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सीमाई गांवों में पलायन की तैयारी, राहत शिविरों की व्यवस्था
एलजी सिन्हा ने सीमावर्ती जिलों के डीसी को निर्देश दिया है कि ग्रामीणों को तुरंत सुरक्षित जगहों पर ले जाया जाए और उनके लिए अस्थायी राहत शिविरों में ठहरने, खाने-पीने, चिकित्सा और आवागमन की समुचित व्यवस्था की जाए. उन्होंने यह भी कहा कि 'हर नागरिक की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। जय हिंद!'
उमर अब्दुल्ला से भी बात हुई
सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से भी फोन पर बात की और मौजूदा हालात पर चर्चा की. उन्होंने सभी पक्षों से अपील की कि जनता की सुरक्षा और राष्ट्रीय एकता के सवाल पर सभी को एकजुट रहना चाहिए.
सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर
- एलओसी के साथ सभी बीएसएफ और सेना की चौकियों पर अलर्ट जारी
- पुलिस और सेना के बीच समन्वय के निर्देश
- हर जिले में कंट्रोल रूम सक्रिय, इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर जारी