हेलिकॉप्टर से कूदे एयरफोर्स जवान रामकुमार तिवारी मगर पैराशूट नहीं खुला, गांव में शव आया तो पत्नी-बच्चे हुए बेसुध
UP News: एयर फोर्स जवान राम कुमारी तिवारी का शव आज उनके उनके पैृतक गांव प्रतापगढ़ के बेल्हा गांव पहुंचा. जैसे ही शव गांव में आया, चीख-पुकार मच गई. पूरे गांव में ही कोहराम मच गया.
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UP News: एयर फोर्स जवान राम कुमारी तिवारी का शव आज उनके उनके पैृतक गांव प्रतापगढ़ के बेल्हा गांव पहुंचा. जैसे ही शव गांव में आया, चीख-पुकार मच गई. पूरे गांव में ही कोहराम मच गया. बता दें कि आगरा में राम कुमारी तिवारी एयर फोर्स जवानों को हेलिकॉप्टर से पैराग्लाइडिंग करवा रहे थे. मगर इस दौरान उनका पैराशूट नहीं खुला, जिससे उनकी मौत हो गई.
बता दें कि राम कुमार तिवारी अपने पीछे अपने बुजुर्ग माता-पिता, पत्नी प्रीति और दो मासूम बेटे यश और कुश को छोड़ गए हैं. आज जैसे ही उनका शव गांव में पहुंचा, बुजुर्ग माता-पिता बेसुध हो गए तो पत्नी बेहोश हो गई.
पूरे क्षेत्र को था राम कुमार तिवारी पर गर्व
41 वर्षीय राम कुमार तिवारी, जिस पर पूरे गांव को ही नहीं बल्कि क्षेत्र को नाज था, आज वह दुनिया को अलविदा कह गया. किसी को भी यकीन नहीं आ रहा है कि उनके क्षेत्र का वीर बेटा अब इस दुनिया में नहीं रहा.
देश सेवा का जज्बा लेकर राम कुमार तिवारी ने एयर फोर्स ज्वाइन की थी. साल 2002 में उनकी तैनाती पठान कोट में हुई थी. फिर साल 2009 में उनकी तैनाती आगरा एयर फोर्स स्टेशन पर हुई. वह यहां जवानों को पैराग्लाइडिंग से जंप की ट्रेनिंग देते थे.
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शहीद राम कुमार तिवारी के अंतिम दर्शन के लिए लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा. शव आते ही घर के लोग बेसुध हो गए. राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी शहीद को अंतिम विदाई देने उनके गांव पहुंचे. उन्होंने कहा कि शहीद रामकुमार तिवारी की याद में शहीद द्वार और शहीद स्थल उनके गांव में बनवाया जाएगा.