अग्निहोत्री और यादव... इटावा के कथावाचक मुकुट मणि के सामने आए 2 आधार कार्ड, क्या है जाति का असली सच?

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Etawah News: इटावा के कथावाचक मुकुट मणि के दो-दो आधार कार्ड भी सामने आए हैं, जिनकी जांच शुरू हो गई है. दोनों आधार कार्ड का नंबर एक ही है और उन पर एक ही व्यक्ति की फोटो भी लगी है, लेकिन उन पर नाम अलग-अलग हैं, जिससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं. जानें क्या है मामला?

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Etawah News: इटावा में कथावाचक की पिटाई का मामला अब और भी उलझ गया है. मंगलवार को लखनऊ में समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा कथावाचकों को सम्मानित किए जाने के बाद, अब गांव की महिलाओं ने इन पर छेड़खानी जैसे कई गंभीर आरोप लगाए हैं. इतना ही नहीं, अब मुकुट मणि नामक कथावाचक के दो-दो आधार कार्ड भी सामने आए हैं, जिनकी जांच शुरू हो गई है. दोनों आधार कार्ड का नंबर एक ही है और उन पर एक ही व्यक्ति की फोटो भी लगी है, लेकिन उन पर नाम अलग-अलग हैं, जिससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं. 

महिला ने पति के साथ एसएसपी से की ये शिकायत

गांव की रेनू तिवारी नामक महिला और उनके पति जय प्रकाश तिवारी मंगलवार देर शाम इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मिलने पहुंचे.  उन्होंने कथावाचकों पर छेड़खानी की शिकायत करते हुए निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की. इस मामले में ब्राह्मण समाज महासभा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण दुबे ने भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि इन लोगों ने फर्जी आधार कार्ड बनवाकर ब्राह्मण बनकर गलत तरीके से लोगों को गुमराह किया. उन्होंने आरोप लगाया कि इन कथावाचकों ने पहले अपने आप को ब्राह्मण बताया और उसके बाद कथावाचक बने, लेकिन जब वहां सच्चाई खुल गई तब यह घटना हुई. अरुण दुबे ने कहा कि मारपीट की हम निंदा करते हैं, लेकिन उन्होंने यह भी जोड़ा कि महिला के साथ छेड़खानी हुई है, जिसकी जांच होनी चाहिए और उन कथावाचकों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए.

रेनू तिवारी का आरोप- अंगुली पकड़कर बदतमीजी और छेड़खानी

पीड़ित महिला रेनू तिवारी ने घटना का विवरण देते हुए बताया कि 'हमारे यहां ये कथा कहने पहुंचे थे. जब हम लोग पहले दिन की कथा समाप्त होने के बाद भोजन करवा रहे थे, उस समय कथावाचक ने अंगुली पकड़कर हमारे साथ बदतमीजी की और छेड़खानी कर दी." उन्होंने बताया कि जैसे ही उन्होंने अपने पति को यह बात बताई, उस समय वहां मौजूद लड़के आक्रोशित हो गए. रेनू तिवारी ने कहा कि उन्होंने अब पुलिस अधिकारी से इसकी शिकायत की है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 'यह लोग फर्जी तरीके से ब्राह्मण बनकर आए थे और आधार कार्ड भी फर्जी बनवा रखे थे.'

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'अखिलेश यादव से संबंध बताकर धमकाया'

पीड़ित महिला के पति जयप्रकाश तिवारी का कहना है कि वो हरिद्वार में रहते हैं, प्राइवेट नौकरी करते हैं. उन्होंने कहा, 'हम लोगों को कुछ नहीं मालूम था, लेकिन जैसे ही शाम को उन लोगों ने मेरी पत्नी के साथ बदतमीजी की, छेड़खानी कर दी, तो जैसे ही हम लोगों ने उनके साथ विरोध किया तो वह लोग धमकाने लगे.'

जयप्रकाश तिवारी ने आरोप लगाया कि कथावाचकों ने उन्हें यह कहकर धमकाया कि 'हमारे संबंध अखिलेश यादव से हैं, हम तुम्हें घर से उठा लेंगे." उन्होंने बताया कि उसी समय उन्हें पता चला कि ये लोग यादव हैं. जयप्रकाश तिवारी ने कहा कि 'मैं बाहर रहता हूं, मेरे बच्चे बाहर रहते हैं, हम लोग डर गए.' उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि उसके बाद वहां स्थानीय लड़कों ने उनके साथ जो किया वह ठीक नहीं था. उन्होंने अधिकारियों से इसकी शिकायत की है और निष्पक्ष जांच करने की मांग भी की है. 

एसएसपी ने दिया ये आश्वासन

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि 'पीड़ित महिला ने कुछ बात बताई है.  उस पर विवेचना हो रही है और सच्चाई के आधार पर कार्रवाई होगी.'

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